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पूर्व पार्षद शर्मिला शर्मा के पति की हत्या

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 40 की पूर्व पार्षद शर्मिला शर्मा के पति मनोज शर्मा की हत्या कर दी गयी है. इससे पूरे हैदरपाड़ा इलाके में सनसनी का माहौल है. वारदात को वार्ड के प्रणामी मंदिर रोड स्थित उनके गैराज में अंजाम दिया गया है. शनिवार की सुबह गैराज का दरवाजा खोलते ही […]

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 40 की पूर्व पार्षद शर्मिला शर्मा के पति मनोज शर्मा की हत्या कर दी गयी है. इससे पूरे हैदरपाड़ा इलाके में सनसनी का माहौल है. वारदात को वार्ड के प्रणामी मंदिर रोड स्थित उनके गैराज में अंजाम दिया गया है. शनिवार की सुबह गैराज का दरवाजा खोलते ही शर्मिला शर्मा अपने पति का शव सामने पड़ा देख सन्न रह गयीं. हत्या की खबर फैलते देर नहीं लगी. कुछ ही देर में वर्तमान वार्ड पार्षद सहित स्थानीय लोग इकट्ठा हो गये. खबर पाकर भक्ति नगर थाने की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची.
पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की. गैराज के गेट पर पड़े खून के नमूने और अन्य फोरेंसिक सबूत इकट्ठा किया. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज भेज दिया. मौका-ए-वारदात पर पहुंचीं सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के जोन-2 की डीसीपी संगमित लेप्चा ने बताया कि किसी धारदार हथियार से सिर से पिछले भाग पर दो बार वार किया गया है. सिर फटने व शरीर से काफी रक्त निकल जाने की वजह से व्यक्ति की मौत हुई है. भक्ति नगर थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
शक की सूई अनजान कर्मचारी पर
प्राथमिक जांच के बाद शक की सूई एक कर्मचारी पर टिकी है. मृतक का परिवार उसके नाम-पते से अनजान है. परिवार की ओर से आरोपी की सिर्फ एक फोटो दी गयी है. मृतक की पत्नी व पूर्व कांग्रेस वार्ड पार्षद शर्मिला शर्मा ने बताया कि कई बार पूछने के बाद भी पति ने इस कर्मचारी के बारे में कुछ नहीं बताया था. शुक्रवार रात पति करीब आधी रात तक घर नहीं लौटे. रात के करीब 12 बजे फोन करने पर उस अनजान कर्मचारी ने फोन पर बताया कि मनोज ने काफी शराब पी रखी है. वह अभी घर जाने की हालत में नहीं हैं. वे दोनों अभी जलपाईगुड़ी में है. इस पर बेटी ने पापा (मनोज शर्मा) को घर पहुंचाने को कहा. फिर करीब दो घंटे बाद फोन करने पर दोनों का फोन बंद पाया गया. सुबह गैराज का दरवाजा खोलते ही उनका शव पाया.
बिना छानबीन के रख लिया था काम पर
भक्तिनगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक ने आरोपी को काम पर रखने से पहले उसके बारे में छानबीन नहीं की थी. यहां तक कि उससे पहचान पत्र भी नहीं मांगा था. पुलिस ने बताया कि करीब बीस दिन पहले आरोपी कर्मचारी काम मांगने मनोज शर्मा के गैराज पर पहुंचा था. उससे थोड़ी पूछताछ के बाद मनोज ने उसे गैराज की देखभाल करने की जिम्मेदारी दे दी. वैसे मनोज लगभग हर रात अपने गैराज से शराब पीने के बाद ही घर लौटते थे. आरोपी को काम पर रखने के बाद से वह उसे साथ लेकर पीते थे. अनुमान है कि वारदात की रात दोनों के बीच किसी बात पर विवाद इतना परवान चढ़ा होगा कि आरोपी ने मनोज की हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि धारदार हथियार से सिर के पीछे दो वार करने के बाद आरोपी उनके मरने तक गैराज में ही था. मनोज के शरीर से काफी खून निकला है. खून दरवाजे से बाहर ना निकले इसके लिए आरोपी ने कम्बल आदि डालकर खून का प्रवाह रोक दिया. इसके बाद बाहर से गैराज बंद कर फरार हो गया.
नहीं पालन हुआ पुलिस के निर्देश का
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट की ओर से बार-बार से किसी अनजान को किराये पर मकान देने या अपने यहां काम पर रखने से पहले उसकी पूरी जानकारी पुलिस को मुहैया कराने का निर्देश दिया. लेकिन इस मामले में पुलिस को सूचना देना तो दूर, गैराज मालिक ने एक अनजान व्यक्ति को काम पर रखने से पहले उसकी पहचान तक नहीं मांगी. इसका खमियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा.

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