सिलीगुड़ी. 1000 तथा 500 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा हुए करीब 10 दिन होने को आये हैं, लेकिन विभिन्न बैंकों में स्थिति जस की तस बनी हुई है. गुरुवार को भी विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी बैंकों में ग्राहकों की भारी भीड़ देखी गयी. खासकर सरकारी बैंकों में तो स्थिति काफी खराब है. स्टेट बैंक के विभिन्न शाखाओं में रात से ही लोग कतार में खड़े हो रहे हैं. इनमें ऐसे लोगों की संख्या अधिक है, जो पैसे बदलवाने के लिए नहीं, बल्कि अपनी रोजमर्रा की जिंदगी चलाने के लिए पैसे निकालना चाहते हैं.
बैंक ग्राहकों की तो जाने दें, अब पेंशनभोगियों को भी परेशानी हो रही है. केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार के सभी अवकाश प्राप्त कर्मचारी अपना पेंशन लेने के लिए बैंकों तथा डाकघरों का चक्कर काट रहे हैं. डाकघरों में पेंशन देने का काम पूरी तरह से बंद है. राम प्रसाद शर्मा नामक एक पेंशनधारी ने बताया कि वह पेंशन निकालने के लिए पिछले दो दिनों से डाकघर का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन डाकघर वाले कैश नहीं होने की बात कह पूरा पेंशन नहीं दे रहे हैं. बैंकों में घंटों तक लाइन लगने की क्षमता भी पेंशनधारकों में नहीं है. इन लोगों का कहना है कि अगर दो-तीन दिनों में स्थिति सामान्य नहीं हुई, तो खाने तक के लाले पड़ जायेंगे.
सिलीगुड़ी शहर तथा इसके आसपास के इलाकों में एटीएम सेवा भी सामान्य नहीं हुई है. शहर के अधिकांश एटीएम अभी भी बंद पड़े हुए हैं. निजी बैंकों की एटीएम को खुला तो रखा गया है, लेकिन वहां से बैंक स्टेटमेंट निकलने के अलावा कुछ नहीं हो रहा है. ऐसे स्टेट बैंक के एटीएम को खोल दिया गया है. इसके अलावा इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक, यूको बैंक आदि के कुछ एटीएम खुले हुए हैं. सिलीगुड़ी के निकट न्यू जलपाईगुड़ी में स्थित पंजाब ऐंड सिंध बैंक में ग्राहकों की भारी भीड़ से थोड़ी सी स्थिति बिगड़ गई. ग्राहकों का आरोप है कि इस बैंक में पैसे नहीं बदले जा रहे हैं. सिर्फ बाहरी लोगों के ही पैसे बदले जा रहे हैं. इसके अलावा इस बैंक का एटीएम भी बंद है.
इधर, बैंकों ने रुपये निकालने वालों के अंगुली में स्याही लगाने का काम अब तक शुरू नहीं किया है. इस संबंध में यूनियन बैंक के एक अधिकारी से जब बातचीत की गयी, तो उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक द्वारा स्याही लगाने का निर्देश तो मिला है, लेकिन किस प्रकार की स्याही लगानी है इसका कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है. इसके अलावा स्याही की आपूर्ति भी ब्रांचों में नहीं की गई है. उन्होंने माना कि स्थिति बहुत ही विकट है. उनके बैंक के ब्रांचों में भी ग्राहकों की भारी भीड़ है. स्थिति सामान्य होने में अभी भी समय लगेगा.