इस संदर्भ में कोलकता से पहाड़ घुमने के लिये आये अमित कुमार दास कहते हैं, हमलोग कल मंगलवार को दार्जिलिंग आये और आज सुबह दार्जिलिंग के विभिन्न पर्यटन स्थल घुमने का कार्यक्रम बना रहे थे.हमारे जेब में 500 और 1000 का नोट होने के कारण कोई भी गाड़ी चालक ले जाने के लिये तैयार नहीं है. इसके कारण हमलोग घुम नहीं पाये. दिल्ली से घुमने आये पूनम शर्मा ने मोदी के इस निर्णय की तारीफ करते हुये कहा कि देश में हो रहे भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगाने में काफी हद तक सफलता मिलेगी. हांलाकि इस निर्णय ने हमलोगों को मुश्किल में भी डाल दिया है. लोग 1000 तथा 500 के नोट नहीं ले रहे हैं. ऊपर से एटीएम बंद होने से और भी समस्या हो गई है. असम से घुमने आये मनीष शर्मा ने दार्जिलिंग घुमने के दौरान काफी समस्या होने की बात कही. उन्होंने कहा कि लौटते वक्त अपने दोस्तों के लिए कुछ सामान लेने की इच्छा थी, लेकिन नहीं ले पाये. 1000 या 500 के नोट दिखाने पर दुकानदार कहते हैं कि इस नोट के बराबर का पूरा सामान खरीदना होगा. ऐसे में हम कुछ खरीद नहीं पाये.
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सिलीगुड़ी में दिन भर रहा अफरा-तफरी का माहौल
सिलीगुड़ी. केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा अचानक 1000 तथा 500 के नोट बंद कर दिये जाने के निर्णय के बाद सिलीगुड़ी शहर में भी दिन भर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. खासकर ऐसे लोग काफी परेशान हुए जिन्हें रोजाना जरूरत के लिए सामान खरीदनी थी. 100 रुपये का नोट कम होने अथवा नहीं होने […]
सिलीगुड़ी. केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा अचानक 1000 तथा 500 के नोट बंद कर दिये जाने के निर्णय के बाद सिलीगुड़ी शहर में भी दिन भर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. खासकर ऐसे लोग काफी परेशान हुए जिन्हें रोजाना जरूरत के लिए सामान खरीदनी थी. 100 रुपये का नोट कम होने अथवा नहीं होने की वजह से काफी लोग बाजारों में नहीं निकले. 100 रुपये का नोट लेने की आस में काफी लोग इधर से उधर एटीएम की ओर भागते दिखे. एटीएम काउंटरों को खुला तो रखा गया था, लेकिन मशीनें काम नहीं कर रही थी. आम लोगों का कहना था कि राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ स्थानों पर एटीएम काउंटरों के बंद होने की बात कही थी. सिलीगुड़ी के बैंकों ने सरकार के निर्देशानुसार एटीएम काउंटरों को तो खुला रखा, लेकिन मशीनों में कोई तकनीकी गड़बड़ी पैदा कर दी गई. तमाम एटीएम मशीन में आउट ऑफ ऑर्डर का संदेश देखकर आम लोग काफी परेशान हुए.
ऐसे सरकारी स्टेट बैंक सहित कइ बैंकों के एटीएम में ताला लटका भी पाया गया.सिलीगुड़ी की एक गृहिणी सुषमा चक्रवर्ती ने कहा कि वह सुबह 500 रुपये का नोट लेकर बाजार करने आयी थी. ऐसा नहीं है कि दुकानदार 500 रुपये का नोट नहीं ले रहे थे, बल्कि दुकानदार तय दर से अधिक पैसे ग्राहकों से ले रहे थे. उन्हें मछली खरीदनी थी. 150 रुपये मछली का दाम देने के लिए जब उन्होंने 500 रुपये का नोट दिया, तो दुकान ने पहले आना-कानी की, लेकिन बाद में 150 रुपये के बदले 200 रुपये काटने की बात कही. कमोबेश यही स्थिति बाजार करने निकलने वाले अन्य लोगों की हुई. आखिरकार कई लोग बगैर खरीददारी किये ही वापस लौट गये. इधर, आम लोगों को परेशान देख सिलीगुड़ी के भाजपा नेताओं की नींद उड़ गई. भाजपा के जिला उपाध्यक्ष नंदन दास ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह एक सरकारी निर्णय है. आम लोगों को थोड़ी बहुत परेशानी तो होगी, लेकिन देशहित को ध्यान में रखते हुए आम लोगों को सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 1000 तथा 500 रुपये के नोट को लेकर आम लोगों में अफवाहें फैलायी जा रही हैं. जो सही नहीं है. आम लोगों को इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. दो-तीन दिनों के अंदर ही स्थिति सामान्य हो जायेगी. जिनके पास 1000 तथा 500 रुपये के नोट हैं वह सहज ही बैंकों में जाकर अपने खाते में इसे जमा करवा सकते हैं या फिर बदलवा सकते हैं. श्री दास ने कहा कि उन्होंने विभिन्न सरकारी बैंकों के अधिकारियों से बातचीत की है. आम लोगों की सुविधा के लिए बैंकों को अतिरिक्त काउंटर लगाने के लिए कहा गया है.
पहाड़ पर भी असर
दार्जिलिंग. भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णय का असर देश के अन्य भागों की तरह दार्जिलिंग में भी देखने को मिल रहा है. दार्जिलिंग में देश-विदेश से आये पर्यटकों को मोदी के इस निर्णय ने मुश्किल में डाल दिया है.
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