मेयर ने लिया जायजा
जांच के लिए भेजा नमूना
छठव्रती भी हो रहे परेशान
सिलीगुड़ी : महानंदा नदी के कई घाटों का दौरा कर मेयर अशोक भट्टाचार्य काफी चिंतित दिखे. बीते कुछ रोज से पानी का रंग अचानक काला हो जाने के कारण उन्होंने नदी से पानी का नमूना भी लिया और उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की बात कही. वह सोमवार को महानंदा नदी के लाल मोहन निरंजन मौलिक घाट के दौरे के दौरान पानी का रंग काला देखकर आवाक हो उठे.
उन्होंने कहा कि काले पानी की बात कुछ रोज से केवल सून रहे थे लेकिन आज पानी का ऐसा रंग देखकर काफी चिंता हो रही है. पानी का रंग काला क्यों है इसकी जांच के बाद ही पुष्टि हो पायेगी. वह खुद इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात कर इसकी विस्तृत जानकारी लेंगे. साथ ही इसे छठ पूजा से पहले वापस स्वच्छ कैसे बनाया जाये, इसपर हर संभावित विभागों के साथ मिलकर युद्धस्तर पर कार्य करेंगे.
इस दौरान मेयर के साथ निगम के डिप्टी मेयर रामभजन महतो, बिल्डिंग विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) नुरूल इस्लाम, साफ-सफाई विभाग के एमएमआइसी मुकुल सेनगुप्त, जलापूर्ति विभाग के एमएमआइसी जय चक्रवर्ती, निगम के कई इंजीनियर व अधिकारी भी मौजूद थे. इसी दौरान मेयर ने घाट के नजदीक ही कुम्हार टोली में निगम द्वारा निर्माणाधिन मूर्ति कलाकारो के लिए एक पक्के कॉम्युनिटी हॉल का भी जायजा लिया.
कैसे होगी छठ पूजा
शहर के पांच नंबर वार्ड की रहनेवाली एक महिला और प्रत्येक साल महानंदा के मां संतोषी घाट पर छठ पूजा करनेवाली एक छठव्रती महिला राधा सहनी भी नदी का काला पानी देखकर काफी परेशान हैं. उसका कहना है कि दुर्गा पूजा के बाद से ही अचानक महानंदा नदी का पानी काला हो गया. यह देख काफी चिंता हो रही है कि इस बार छठ पूजा कैसे होगी, कैसे नदी में उतरकर सूर्य की उपासना की जायेगी और कैसे छठ मैया को अर्घ्य दिया जायेगा.
कुछ भी समझ में नहीं आ रहा. उन्होंने कहा कि चार-पांच रोज पहले ही महानंदा नदी के काले पानी की वजह से कई लोगों के बीमार पड़ने की भी खबर सुनी थी. इसके बाद से ही पूजा को लेकर सभी चिंतित हैं. इसी तरह ही छठ पूजा को लेकर महानंदा के विभिन्न घाटों में पूजा करनेवाले अन्य छठव्रती भी हैं.