इसके अलावा उत्तर दिनाजपुर जिले में कालियागंज तथा इस्लामपुर नगरपालिका पर भी तृणमूल ने कब्जा किया है. अब बारी कूचबिहार जिले जिले के पारमेखलीगंज ग्राम पंचायत की है. इस ग्राम पंचायत पर वाम मोरचा का कब्जा था. अब यहां तृणमूल का कब्जा हो गया है. 10 सदस्यीय ग्राम पंचायत में पिछले चुनाव में फारवर्ड ब्लॉक को पांच, माकपा को दो तथा भाजपा को एक सीटें मिली थी. उसके बाद यहां वाम मोरचा ने बोर्ड का गठन किया. मंगलवार को वाम मोरचा के पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये.
मेखलीगंज के विधायक अर्ग राय प्रधान ने पंचायत प्रधान रेवती देव अधिकारी, उप-प्रधान कन्हैया विश्वास एवं एक पंचायत सदस्य शिवानी राय को तृणमूल कांग्रेस में शामिल किया. पंचायत प्रधान रेवती देव अधिकारी फारवार्ड ब्लॉक की हैं, जबकि उप-प्रधान कन्हैया विश्वास माकपा के हैं. शिवानी राय भी फारवर्ड ब्लॉक की हैं.
इसके साथ ही यहां तृणमूल सदस्यों की संख्या बढ़कर पांच हो गयी है और इस ग्राम पंचायत पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा हो गया है, क्योंकि पंचातय प्रधान तथा उप-प्रधान के खिलाफ विरोधी अविश्वास प्रस्ताव भी नहीं ला सकते. इसके लिए छह सदस्यों की आवश्यकता पड़ेगी, जो कि अब वाम मोरचा के पास नहीं है. वाम मोरचा के पास अब चार ही सदस्य बचे हैं. इन लोगों के साथ ही फारवार्ड ब्लॉक तथा माकपा के और भी कई नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं. तृणमूल विधायक अर्ग राय प्रधान ने इस मौके पर कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विकास कार्यों को देखकर विरोधी दलों के तमाम नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में विरोधी दलों के और भी कई पंचायत सदस्य तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.