इन लोगों के कार्ड भी बनकर तैयार हो गये हैं. लेकिन इस कार्ड को लेने कोई नहीं आया. बाद में जिला प्रशासन तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा इस मामले की जांच की गई तो पूरे तथ्यों का खुलासा हो गया. जलपाईगुड़ी जिले में कुल 18 लाख बीपीएल कार्ड बनाये गये हैं, जिनमें से करीब तीन लाख बीपीएल राशन कार्ड में गड़बड़ी होने की संभावना है. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जलपाईगुड़ी जिले के 18 लाख बीपीएल डिजिटल राशन कार्डों में से 15 लाख राशन कार्डों का बंटवारा हो चुका है. तीन लाख लोग अब तक कार्ड लेने नहीं आये हैं.
इस बात की जानकारी राज्य खाद्य विभाग को दे दी गई है. ख???ाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जलपाईगुड़ी नगरपालिका इलाके में कुल 53 हजार राशन कार्ड बनाये गये हैं. जिनमें से करीब 24 प्रतिशत राशन कार्ड अभी भी पड़ा है. अन्य इलाकों की भी यही स्थिति है. धूपगुड़ी नगरपालिका के तीन हजार राशन कार्डों में से 11 प्रतिशत राशन कार्ड, माल नगरपालिका के 16 हजार 800 राशन कार्डों में से 10 प्रतिशत राशन कार्ड तथा राजगंज ब्लॉक के दो लाख 51 राशन कार्डों में से करीब 28 प्रतिशत राशन कार्डों का बंटवारा नहीं हुआ है.
केन्द्र तथा राज्य सरकार में काम करने वाले कर्मचारियों ने भी कुछ तथ्यों को छुपाकर बीपीएल कार्ड पाने के लिए आवेदन किया है. इससे साफ है कि राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाले दो रुपये की दर से चावल लेने के लिए ही बीपीएल कार्ड बनाया गया है. राज्य सरकार की ओर से नवंबर से ऐसे राशन कार्ड धारकों के खिलाफ अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है. पूरे राज्य के राशन दुकानों में ई-पोज मशीन लगाये जा रहे है. इस मशीन में कार्ड लगाते ही असली तथा नकली ग्राहकों की पहचान कर ली जायेगी.