सिलीगुड़ी. भारत के महान गुरू और आजाद भारत के पहले उपराष्ट्रपति और बाद में राष्ट्रपति बने सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में प्रत्येक वर्ष पांच सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इसी के तहत सोमवार को पूरे देश के साथ ही सिलीगुड़ी में भी सरकारी, गैर-सरकारी स्कूलों और संस्थाओं द्वारा सर्वपल्ली राधाकृष्णन को विविध कार्यक्रमों के मार्फत याद किया गया.
स्कूलों में बच्चों ने अपने गुरूओं को नमन किया और तोहफा देकर सम्मान दिया. इसी क्रम में सिलीगुड़ी जिला विद्यालय शिक्षा दफ्तर के बैनर तले गुरूंग बस्ती स्थित देशबंधु हिंदी हाइस्कूल में रंगारंग समारोह के बीच शिक्षक दिवस मनाया गया. समारोह का शुभारंभ विशिष्ठ अतिथियों ने सर्वपल्ली राधाकष्णन के तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पण करके किया.
समारोह के बतौर अतिथि ममता सरकार में पर्यटन मंत्री गौतम देव ने राधाकृष्णन की तस्वीर के सामने दीप प्रज्जवलन किया. नेताजी प्राइमरी स्कूल के नन्हें बच्चों ने देश के महान गुरू के याद में और समारोह में मौजूद गुरूओं के सम्मान में गीत प्रस्तुत किया. समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री गौतम देव ने राधाकृष्णन को केवल महान शिक्षक ही नहीं, बल्कि आदर्श पुरूष भी बताया. उन्होंने राधाकृष्णन के महान विचारों का उदाहरण दिया और कहा कि बच्चों को अच्छी तरह से शिक्षा देने और गढ़ने की जिम्मेदारी सबसे अधिक शिक्षकों की ही होती है. समारोह को संबोधित करते हुए श्री गौतम देव ने ममता सरकार में मात्र पांच-छह वर्षों में पूरे बंगाल में शिक्षा के क्षेत्र में किये गये विकास कार्यों को गिनाया. साथ ही सरकार की भावी योजनाओं से भी लोगों को रू-ब-रू कराया. इस मौके पर श्री देव ने हमेशा शिक्षा का अलख जगानेवाले और शिक्षा के क्षेत्र में अलग मुकाम हासिल करनेवाले सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के दर्जनों गुरूओं को उपहार व प्रशस्ति पत्र सौंपकर सम्मानित किया.
इस मौके पर सिलीगुड़ी प्राइमरी स्कूल काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष मुकुल कांति घोष, समर चक्रवर्ती, जिला सेकेंड्री स्कूल इंस्पेक्टर प्राण गोविंद सरकार, आशिष माइती, देशबंधु हिंदी हाइस्कूल के प्रधान शिक्षक जेके पांडेय ने भी समारोह को संबोधित किया. समारोह का सफल संचालन सिलीगुड़ी जिला स्कूल के अतिरिक्त इंस्पेक्टर अरिंदम राय ने किया. समारोह में सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र के विभिन्न सरकारी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं के अलावा देशबंधु हिंदी हाइस्कूल के छात्र भारी तादाद में मौजूद थे.