सिलीगुड़ी: अंदरूनी खींचतान अब भी दार्जिलिंग जिला तृणमूल के लिए एक मसला बना हुआ है. इसकी वजह से जिला तृणमूल कमिटी की घोषणा भी रुकी हुई है. पार्टी के जिला अध्यक्ष और राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव इस संबध में चुप्पी साधे बैठे हैं. करीब एक माह पहले उन्होंने जल्द जिला कमिटी गठित कर लिये जाने का दावा किया था. लेकिन मौजूदा हालात में इसमें देरी होती दिख रही है. श्री देव ने कहा कि जिला कमिटी की सूची अनुमोदन के लिए एक-दो दिन में कोलकाता भेजी जा रही है. इस पर राज्य नेतृत्व की मुहर लगने के साथ ही जिला कमिटी की घोषणा कर दी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी में पिछले कई चुनावों में तृणमूल को हार का सामना करना पड़ा है. पहले माकपा ने सिलीगुड़ी नगर निगम और फिर सिलीगुड़ी महकमा परिषद पर कब्जा किया. इसके बाद विधानसभा चुनाव में भी माकपा-कांग्रेस गंठबंधन ने दार्जिलिंग समतल में तृणमूल को धूल चटा दी. पूरे राज्य में तृणमूल ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, लेकिन दार्जिलिंग और मालदा जिलों में तृणमूल को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. राजनीतिज्ञों का मानना है कि इन दो जिलों में तृणमूल की इस परिस्थिति के लिये पार्टी की अंदरूनी कलह जिम्मेदार है.
इन दोनों जिलों में हार झेलने के बाद तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने जिला कमिटी को भंग कर दिया. चुनाव से पहले दीदी ने गौतम देव को जिला अध्यक्ष पद से हटाकर युवा तृणमूल नेता रंजन सरकार उर्फ राणा को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी. लेकिन दीदी का यह पैंतरा भी काम ना आया. चुनाव के बाद दीदी ने फिर से गौतम देव पर भरोसा जताया. राज्य के पर्यटन मंत्री के साथ दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर सौंपी.
जिला अध्यक्ष बनते ही श्री देव ने राजनीतिक गतिविधि शुरू की. इसी क्रम में उन्होंने घोषणा किया था कि जल्द ही जिला कमिटी गठित कर दी जायेगी. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला कमिटी की सूची स्वयं गौतम देव ने तैयार की है. जिला कमिटी के अतिरिक्त बूथ स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय सभी कमिटियों की सूची तैयार हो चुकी है. सूची में शामिल नाम उजागर होने से फिर से पूरे जिले में अंदरूनी कलह सामने आ सकती है. इस बार दीदी ने कई नये तृणमूल नेताओं को सत्ता सुख हासिल कराया है, जबकि पहाड़ और समतल के कई वरिष्ठ नेता मुंह ताकते रह गये. अब जिला कमिटी में भी पद नहीं मिला तो झल्लाना लाजिमी है. मंत्री भी इसी आशंका से घबरा रहे हैं. इसकी वजह से वह सारा बोझ कोलकाता के सिर मढ़ रहे हैं.
इधर पत्रकारों से बात करते हुए श्री देव ने कहा कि जिला तृणमूल को मजबूत करना हमारी पहली प्राथमिकता है. इसी वजह से जिला कमिटी में दृढ़संकल्प नेताओं को स्थान दिया गया है. कमिटी की एक सूची कोलकाता भेजी जा रही है. अनुमोदन मिलते ही जिला कमिटी की घोषणा की जायेगी.