सिलीगुड़ी. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में आने वाले चुनाव में माकपा ने वाम मोरचा के बैनरतले अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में जीटीए के साथ-साथ चार नगरपालिकाओं का चुनाव शीघ्र होना है. माकपा के जिला सचिव जीवेश सरकार ने कहा कि पार्टी इन चुनावों में गोजमुमो अथवा किसी अन्य पार्टी से कोई गठबंधन नहीं करेगी.
हालांकि कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने खुलकर कुछ भी नहीं कहा. श्री सरकार ने कहा कि उनकी पार्टी इन चुनावों में न तो गोजमुमो अथवा पहाड़ की कोई अन्य क्षेत्रीय पार्टी अथवा भाजपा एवं तृणमूल के साथ किसी प्रकार का कोई गठबंधन करेगी. यहां उल्लेखनीय है कि हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों में माकपा ने बिमल गुरूंग के नेतृत्व वाली गोजमुमो का समर्थन किया था. पहाड़ की तीनों विधानसभा सीटों दार्जिलिंग, कर्सियांग तथा कालिम्पोंग में गोजमुमो उम्मीदवारों की जीत हुई है.
गोजमुमो उम्मीदवारों के लिए भाजपा के साथ ही कांग्रेस तथा माकपा ने भी अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे. श्री सरकार ने विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल समर्थकों पर राजनीतिक हिंसा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद तृणमूल समर्थक जहां-तहां माकपा नेताओं एवं समर्थकों पर हमले कर रहे हैं एवं विरोधी दलों के पार्टी कार्यालयों पर कब्जे कर रहे हैं. दक्षिण बंगाल के मुकाबले इस बार उत्तर बंगाल में राजनीतिक हिंसा की घटनाओं में काफी बढ़ोत्तरी हुई है.
राज्य के नवनियुक्त पर्यटन मंत्री तथा डाबग्राम-फूलबाड़ी क्षेत्र के विधायक गौतम देव के इलाके में भी विरोधियों पर हमले किये जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गौतम देव के इलाके में विरोधी दलों के ट्रेड यूनियनों के तीन कार्यालयों पर तृणमूल के लोगों ने कब्जा कर लिया है. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज कराये जाने के बाद भी पुलिस तृणमूल समर्थकों पर कार्रवाई नहीं करती.
श्री सरकार ने कहा कि राजनीतिक हिंसा को रोकने के लिए वह पिछले दिनों मंत्री गौतम देव से भी मिले थे. तब मंत्री गौतम देव ने कहा था कि विरोधी दलों के समर्थकों पर हमले करना एवं कार्यालयों पर कब्जा कर लेना सही नहीं है. उसके बाद भी अब तक परिस्थिति में कोई तब्दीली नहीं हुई है. श्री सरकार ने इस मामले में मंत्री गौतम देव से हस्तक्षेप करने की अपील की.