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तोड़ा गया तृणमूल समर्थित यूनियन का कार्यालय
जलपाईगुड़ी : राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस द्वारा परिचालित जलपाईगुड़ी नगरपालिका ने तृणमूल श्रमिक संगठन के गैरकानूनी तरीके से सरकारी जमीन पर बने कार्यालय को तोड़ दिया है. कुछ दिन पहले ही कलेक्टरेट रोड के किनारे लोक निर्माण विभाग की जमीन पर तृणमूल समर्थित आईएनटीटीयूसी के कर्यालय का निर्माण पश्चिम बंगाल राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन […]
जलपाईगुड़ी : राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस द्वारा परिचालित जलपाईगुड़ी नगरपालिका ने तृणमूल श्रमिक संगठन के गैरकानूनी तरीके से सरकारी जमीन पर बने कार्यालय को तोड़ दिया है. कुछ दिन पहले ही कलेक्टरेट रोड के किनारे लोक निर्माण विभाग की जमीन पर तृणमूल समर्थित आईएनटीटीयूसी के कर्यालय का निर्माण पश्चिम बंगाल राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन ने किया था़ वन विभाग व लोक निर्माण विभाग के सरकारी कर्मचारियों ने मिलकर इसे बनाया था.
सरकारी जमीन पर कब्जा कर तृणमूल समर्थित यूनियन द्वारा गैरकानूनी रूप से कार्यालय बनाने को लेकर शहर में गुरूवार से ही सरगर्मी थी. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा घोषित फेडरेशन का कोई कार्यालय यहां नहीं है़ फेडरेशन के सद्स्यों ने लोक निर्माण विभाग की जमीन पर कार्यालय का निर्माण किया था. फेडरेशन की ओर से दावा किया गया था कि वन विभाग व जलपाईगुड़ी नगरपालिका की अनुमति से ही कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था.
इधर,आईएनटीटीयूसी समर्थित वन विकास निगम कर्मचारी समिति के अध्यक्ष कमल राय ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों में स्थायी व अस्थायी दो तरह के कर्मचारी है़ सरकारी कर्मचारी फेडरेशन का कोई कार्यालय नहीं है. फेडरेशन के सदस्यों ने बाध्य होकर कार्यालय तैयार किया था. श्री राय ने दावा किया कि यह जमीन वन विभाग की नहीं बल्कि जलपाईगुड़ी नगरपालिका की है़
दोनों विभागों की अनुमति मिलने के बाद ही कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था.यहां उल्लेखनीय है कि राज्य में नयी सरकार के आने से पहले वाम विरोधी कांग्रेस के स्टेट गवर्नमेंट इंप्लाइज फेडरेशन नाम का संगठन था. जब राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बनी, तो इस संगठन के सभी सदस्य तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये.
तब तक सरकारी कर्मचारियों के लिए तृणमूल में कोई यूनियन बनकर तैयार नहीं हुआ था. तब ममता बनर्जी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन नाम का नया संगठन बना दिया और तीन लोगों को इसका कन्वेनर बना दिया.
इस विषय पर जलपाईगुड़ी नगरपालिका के चेयरमैन इन काउंसिल के सदस्य तथा जिला तृणमूल महासचिव संदीप महतो ने बताया कि नगरपालिका की ओर से भी कार्यालय बनाने की अनुमति नहीं दी गयी थी.
शिकायत मिलने के बाद शनिवार को नगर पालिका की ओर से गैरकानूनी ढ़ंग से तैयारकिये गये कार्यालय को तोड़ दिया गया. नगरपालिका के सफाई विभाग के अधिकारी सौमेन सरकार ने बताया कि कार्यालय किस पार्टी का था, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं. नगरपालिका की ओर से अवैध निर्माण को तोड़ने का फरमान जारी हुआ था. उसके बाद ही अवैध निर्माण को तोड़ा गया.
जलपाईगुड़ी महकमा के लोक निर्माण विभाग के अधिकारी निर्मल कुमार दे ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की जमीन पर किसी राजनीतिक संगठन ने कब्जा कर कार्यालय बनाया था. इसकी जानकारी जलपाईगुड़ी नगरपालिका को दी गयी. नगरपालिका ने आगे की कार्यवाही की है़
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