सिलीगुड़ी: महकमा परिषद के बोर्ड गठन की मांग को लेकर दार्जिलिंग जिला वाममोर्चा की ओर से सिलीगुड़ी महकमा परिषद के चारों ब्लॉक कार्यालय सहित महकमा शासक को भी ज्ञापन सौंपा गया. दार्जिलिंग जिला वाममोर्चा की ओर से चारों ब्लॉक के बीडीओ कार्यालय का घेराव कर मांगपत्र सहित ज्ञापन सौंपा गया और बोर्ड गठन की अधिसूचना शीघ्र जारी करने की मांग की़.
आज दोपहर माकपा के जिला कार्यालय अनिल विश्वास भवन से वाममोर्चा की ओर से एक रैली निकाली गयी़ बाद में सिलीगुड़ी अदालत परिसर स्थित सिलीगुड़ी महकमा शासक कार्यालय का घेराव कर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया. वामो की ओर से दिये ज्ञापन में कहा गया है कि संविधान का उल्लंघन कर राज्य सरकार ने पंद्रह महीने के बाद सिलीगुड़ी महकमा परिषद का चुनाव करवाया़ सात अक्टूबर को सिलीगुड़ी महकमा परिषद का चुनाव परिणाम घोषित होने के बीस दिन गुजरने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से बोर्ड गठन के लिये गजट अधिसूचना जारी नहीं की गई है.
वामो के ज्ञापन में साफ तौर पर लिखा हुआ है कि अगर एक-दो दिनों के भीतर राज्य सरकार बोर्ड गठन के लिये गजट अधिसूचना जारी नहीं करती है तो बाध्य होकर वाममोरचा की ओर से और भी बड़ा आंदोलन किया जायेगा़ आज के आंदोलन अगुवाइ सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर व वाममोर्चा के विरष्ठ नेता अशोक भट्टाचार्य ने की़ इस मौके पर संवादाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार खरीद फरोख्त की राजनीति कर रही और इस प्रकार की राजनीति को वहलोग कतइ बर्दाश्त नहीं करेंगे़ वर्तमान राज्य सरकार कोई नीति ही नहीं है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस बुरी तरह से चुनाव हार गयी है उसके बाद भी पार्टी दूसरे दलों को सदस्यों को तोड़कर बोर्ड बनाने की काशिश कर रही है़उन्होंने कहा कि सिहीगुड़ी महकमा परिषद के साथ आसनसोल व विधाननगर नगरपालिका का चुनाव हुआ था. चुनाव परिणाम घोषणा होने के पांच दिनो के भीतर ही इन दोनों नगरपालिकाओं में बोर्ड का गठन हो गया है़ सिलीगुड़ी महकमा परिषद का चुनाव परिणाम घोषित होने के बीस दिनो बाद भी बोर्ड गठन के लिये राज्य सरकार की ओर से अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि एक ही सरकार की दो नीतियां क्यों.
राज्य की सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस पर खरीद-फरोख्त की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार जानबूझ कर बोर्ड गठन में देरी करवा रही ताकि रूपये-पैसे का प्रलोभन देकर दूसरे दलों के विजयी सद्स्यों को अपने दल में शामिल कर बोर्ड का किया जा सके़ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय मंत्री इस खरीद-बिक्री की राजनीति शुरू भी कर चुके हैं.
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि पिछली बार भी इस तरह का प्रयास किया गया था लेकिन तृणमूल असफल रही थी इस बार फिर राज्य की मुख्यमंत्री तीन नंवबर को सिलीगुड़ी आ रही हैं,लेकिन उन्हें भी खाली हाथ ही लौटना होगा. राज्य सरकार की इस नीति के विरूद्ध वाममोर्चा की राज्य कमेटी भी राज्य सरकार व चुनाव आयोग को पत्र भेजेगी. उन्होंने कहा कि अविलंब बोर्ड गठन की अधिसूचना जारी ना होने पर वामो का आंदोलन लगातार चलता रहेगा.