सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी शहर की ट्रॉफिक पूरी तरह बेकाबू हो गयी है. दिनभर लगने वाली जाम पर सिलीगुड़ी पुलिस का नियंत्रण नहीं रहा. जाम की वजह से आम जनता काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.
यह कहना है माकपा का युवा विंग डीवाइएफआइ के केंद्रीय कमेटी के सदस्य शंकर घोष का. वह बुधवार को स्थानीय हिलकार्ट रोड स्थित जिला पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने अनियंत्रित ट्रॉफिक के लिए पूरी तरह सिलीगुड़ी मेट्रॉपोलिटन पुलिस की ट्रॉफिक विंग को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि उत्सवी मौसम के मद्देनजर इन दिनों शहर के बाजारों में काफी चहल-पहल है. शहर की सड़को पर हमेशा जाम लगा रहने से शहरवासी काफी परेशान हो रहे हैं. खासकर स्कूली बच्चों, मरीजों, यात्रियों, कर्मचारियों, महिला व वृद्ध अधिक परेशान हो रहे हैं.
श्री घोष ने कहा कि जाम मुक्त शहर को लेकर पुलिस के पास कोई विजन नहीं है. वाहन चालक नियमों को तांक पर रखकर परिचालन कर रहे हैं. जहां-तहां वाहनों की पार्किंग भी जाम की प्रमुख वजह है. श्री घोष ने कहा कि अधिकांश वाहन (सीटी ऑटो, बस, बाइक, पुराने ट्रक व कारे) के चालक रिश्वत देकर या फिर फर्जी फिटनेस बनवाकर गाड़ी चलाते हैं और वाहनों से निकलने वाले काले धुंओं से शहर की आवो-हवा ही नहीं बल्कि शहरवासियों की सेहत भी प्रभावित हो रही है.
श्री घोष ने उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव पर भी तिखा हमला करते हुए कहा कि मंत्रीजी को पूजा से पहले शहर की चिंता सता रही है. शांति, सुरक्षा व ट्रॉफिक के मद्देनजर बार-बार प्रशासनिक बैठके कर रहे हैं. इसके लिए निगम बोर्ड की राय लेना तो दूर की बात, बैठकों में निगम के प्रतिनिधि को आमंत्रण करना मंत्री अपनी तौहिन समझते हैं. मंत्री बार-बार 200 करोड़ से निगम क्षेत्र की विकास किये जाने की बात करते हैं. लेकिन हकिकत में आम जनता की इतनी बड़ी रकम से किसका विकास हुआ, मंत्री महोदय इसपर जुबान नहीं खोलते. शहर को जाम मुक्त करने, ड्रेनेज सिस्टम दुरस्त करने पर मंत्री कुछ नहीं बोलते. प्रेस-वार्ता के दौरान डीवाइएफआइ के राणा घोष, एसएफआइ के दार्जिलिंग जिला के अध्यक्ष सौरभ दास व सचिव सौरभ सरकार ने भी मीडिया को संबोधित किया.