सिलीगुड़ी: नेवटिया गेटवेल अस्पताल के कार्डियक विभाग के डॉक्टरों ने पम्प बीटिंग पद्धति से हार्ट के बाइपास सर्जरी करने में सफलता हासिल की है. उत्तर बंगाल में पहली बार इस प्रकार की तकनीक से किसी बाइपास सर्जरी को अंजाम दिया गया है. आज इसकी जानकारी अस्पताल के कार्डियोथोरेसिस एवं वस्कुलर सर्जन डॉ शशि प्रकाश ने यह जानकारी दी. वह यहां 65 वर्षीय मरीज निमाई प्रसाद को साथ लेकर यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि श्री प्रसाद करीब एक सप्ताह पहले सिने में तेज दर्द की शिकायत लेकर इस अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भरती हुए थे. यहां जांच करने पर पता चला कि उनके हृदय में कई नसें बंद पड़ी हैं. 48 घंटे के अंदर उनकी सर्जरी करने का निर्णय लिया गया. उसके बाद उनकी सर्जरी की गई और डॉक्टरों को उनको नयी जिंदगी प्रदान करने में सफलता हासिल हुई है.
उन्होंने कहा कि पम्प बीटिंग तकनीक एक नयी तकनीक है. इसमें खर्च तो कम लगता ही है, साथ ही सफलता की दर भी काफी अधिक होती है. इसमें हार्ट की गतिविधियों को रोका नहीं जाता. हार्ट के चालू रहने ही सर्जरी की जाती है. इस अवसर पर डॉ राजेश नंदा, डॉ इमोन दास, डॉ सिद्धार्थ बनर्जी तथा अस्पताल के महाप्रबंधक डॉ सैलेश कुमार झा भी उपस्थित थे.