डीडी सूत्रों के अनुसार, सुब्रत के खिलाफ महीने भर पहले भक्तिनगर थाना में विदेशों में नौकरी दिलाने एवं पासपोर्ट बनाने के नाम पर पांच लाख रुपये ठगने का मामला दर्ज हुआ था. बाद में इस मामले की फाइल डीडी को स्थानांतरित कर दिया गया. जांच के दौरान डीडी पुलिस को जानकारी मिली की सुब्रत ने केवल एक को नहीं बल्कि कुल 18 युवकों को विदेश में नौकरी का सपना दिखाकर चार से सात लाख रूपये का चूना लगाया.
वह पूर्व विवेकानंद पल्ली स्थित अपने मकान से ही दो-तीन वर्षों से इस गोरखधंधे को अंजाम देता था. गिरफ्तार सुब्रतो को पुलिस ने आज सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.