सिलीगुड़ी. हनुमान जयंती के मात्र दो दिन शेष बचे हैं. सिलीगुड़ी के विभिन्न हनुमान मंदिरों में जयंती महोत्सव की तैयारी अभी से ही जोरशोर से की जा रही है. मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. साथ ही बाबा का भव्य दरबार बनाया जा रहा है जो काफी अलौकिक एवं आकर्षणीय होगी. महोत्सव के दौरान भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सभी आयोजक कमेटियां विशेष तौर पर ध्यान दे रही है.
पंचमुखी बालाजी धाम : सिलीगुड़ी के बाबूपाड़ा-मिलनपल्ली स्थित श्री पंचमुखी बालाजी धाम में आयोजक कमेटी की ओर से महोत्सव की भव्य तैयारी चल रही है. मंदिर संस्थापक व व्यवस्थापक रमेश चाचान ने बताया कि 2 अप्रैल यानी गुरुवार को सुबह से ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आगाज होगा. 4 अप्रैल यानी शनिवार को चंद्र ग्रहण के कारण मंदिर का पट सुबह 6.45 बजे से संध्या 7.15 बजे तक बंद रहेगा. उसी दिन तड़के 4.30 बजे से सुबह 6.45 बजे तक मंडप पूजा व आरती होगी.
रात 8 बजे बाबा की पूजा-अर्चना के अलावा मां भगवती की पूजा व श्रृंगार भी की जायेगी. 5 अप्रैल को बाबा को चोला एवं दुध स्नान के अलावा भोले शंकर, खाटूवाले श्याम बाबा एवं रुणीचा के पीर बाबा रामदेवजी महाराज का भी पूजा-अर्चना की जायेगी. 6 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे मंदिर परिसर में ही बालाजी सिद्धपीठ की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी. दिन के 3 बजे से संगीतमय सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजन होगा. 7 अप्रैल को सुबह 9 बजे से हवन एवं 12 बजे महोत्सव की पूर्णाहुति की जायेगी. दोपहर 1 बजे से विशाल भंडारा का आयोजन किया जायेगा.
श्री सालासर दरबार धाम : स्थानीय संतोषीनगर स्थित श्री सालासर दरबार धाम में भी हनुमान जयंती महोत्सव की तैयारियां अब प्राय: अंतिम चरण में है. आयोजक कमेटी के प्रवक्ता कैलाश शर्मा का कहना है कि महोत्सव का आगाज 2 अप्रैल को रंगारंग शोभायात्र से होगा. शोभायात्र दिन के 3.30 बजे मंदिर परिसर से नगर परिक्रमा के लिए प्रस्थान करेगी. चार अप्रैल को चंद्र ग्रहण के कारण हनुमान जयंती की सभी धार्मिक अनुष्ठान चोला-दुध स्नान,सवामणी, छप्पन भोग आदि एक दिन पहले 3 अप्रैल को अनुष्ठित की जायेगी और चंद्र ग्रहण वाले दिन सुबह 6.45 बजे से संध्या 7.15 बजे तक मंदिर का पट बंद रहेगा. 3 अप्रैल की रात को चर्चित भजन गायक तेजा पारिक (धुबड़ी, असम) एवं व 4 अप्रैल की रात को अजय शर्मा व अनुष्का म्यूजिकल ग्रुप (जलपाईगुड़ी) बालाजी के भजन गीतों की प्रस्तुति करेंगे. 5 अप्रैल को हवन एवं महोत्सव की पूर्णाहुति की जायेगी. दोपहर 2 बजे से भंडारा का आयोजन होगा.