आसनसोल : विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि पूरे देश में मुसलिम तृष्टिकरण की राजनीति हो रही है. सब मुसलिमों के कल्याण में लगे हैं, कहीं नौकरी में तो कहीं पढ़ाई में आरक्षण की बात कर रहे हैं, लेकिन देश की सौ करोड़ हिंदू जिनका देश में सबसे पहला अधिकार है, उनके संबंध में कोई नहीं सोचता और कोई सोचता भी है तो बोलने की हिम्मत नहीं है.
डरते हैं कि बोलने से कहीं उनका जनाधार ही खत्म न हो जाये. वे शनिवार को आसनसोल गुजराती भवन में संगठन के तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के दूसरे दिन गुरुनानक नगर में आयोजित खुली सभा को संबोधित कर रहे थे.
डॉ तोगड़िया ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस मामले में किसी से पीछे रहने को तैयार नहीं है. उन्होंने यहां मसजिदों में रहने वाले मौलवियों को ढाई हजार देने माहवारी पेंशन देने की घोषणा कर दी है. यहां भी वह नहीं रुकी, उच्च शिक्षा में भी मुसलमानों को आरक्षण देने की घोषणा की है.
देश का संविधान उनकी जागीर नहीं है, जो मन में आया और उसकी घोषणा कर दी और पैसा भी उनके घर का नहीं है कि अपने लाभ के लिए जिसे मन चाहे उसे बांट दे.
उन्होंने कहा कि मंदिर में पूजा करने वाले पुरोहित भी गरीब हैं, उन पर किसी का ध्यान नहीं जाता है. हिंदुओं के बच्चों को भी पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति चाहिए, उन्हें नहीं मिलता है, लेकिन 95 मुसलिम छात्रों को छात्रवृत्ति दी गयी. आइएएस करने के लिए प्राइवेट कोचिंग हेतु मुसलमान छात्रों को 50 हजार रुपये प्राइवेट कोचिंग के लिए दिये जाते हैं, लेकिन हिंदुओं को नहीं मिलता है.
जबकि सच्चाई तो यह है कि हिंदुस्तान में अभी तक सबसे ज्यादा शोषित, पिछड़ा, लुटा व असुरक्षित कोई है तो वह हिंदू है. साढ़े पांच सौ साल तक मुसलमान व दो सौ साल तक अंग्रेजों ने हिंदुओं को लूटा. इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि इस देश में आरक्षण, छात्रवृत्ति व अन्य किसी भी प्रकार की सहूलियत व सुविधा का सबसे पहला हकदार हिंदू है, उसके बाद कोई अन्य. सभा को संबोधित करने वाले वक्ताओं में विहिप के प्रज्ञा महालया, चिन्मय दत्ता, अतुल विश्वास, रथिंद्र हलदार, पंकज दत्त, रतन लाल अग्रवाल, गोपाल जी झुनझुनवाला, राकेश जैन आदि शामिल थे.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
डॉ तोगड़िया की सभा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए आसनसोल–दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. सुरक्षा व्यवस्था का नेतृत्व एडीसीपी (वेस्ट) सुब्रत गांगुली स्वयं कर रहे थे. सभा स्थल पर भारी पुलिस बल के साथ वह उपस्थित थे. दूसरी ओर पुलिस लाइन में भी अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को वाहन समेत तैयार रखा गया था.
अग्निशमन विभाग व अन्य आवश्यक सेवाओं को भी सतर्क व तैयार रहने को कहा गया था. पूरे सभा स्थल पर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. मुख्य द्वार को खाली रखा गया था, उससे केवल मुख्य अतिथियों को आने–जाने दिया जा रहा था. वाहन चालकों को वहां पर वाहन लगाने की भी मनाही थी.
युवाओं की थी अधिक भीड़
विहिप के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया की सभा में कोयलांचल के युवा वर्ग की भागीदारी अधिक हुई. इसमें विभिन्न राजनीतिक संगठनों के समर्थक शामिल हैं. इन युवाओं में मौजूदा राजनीतिक पार्टियों की नीतियों को लेकर काफी आक्रोश था. हाल की कई घटनाओं में उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है. उनका कहना है कि किसी भी पार्टी के नेता उनकी भावनाओं को नहीं समझते. इन युवाओं में सत्तासीन पार्टी के युवा समर्थक भी बड़ी संख्या में शामिल थे. डॉ तोगड़िया के तर्को से वे काफी प्रभावित दिखे. वे खुल कर अपनी भावनाओं को उजागर कर रहे थे.
कोयलांचल के लिए सौभाग्य
भारतीय जनता पार्टी के जिला सचिव सभापति सिंह ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया के आसनसोल आने से आसनसोल शहरवासियों का गौरव बढ़ा है. आसनसोल का सौभाग्य है कि वे यहां आये और उन्हें सुनने का मौका कोयलांचल की जनता को मिला. उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार की नीति पर सही बयान दिया है और भाजपा उनका समर्थन करती है.