सिलीगुड़ी: चिटफंड कंपनियों के खिलाफ उत्तर बंगाल के सैकड़ों पीड़ित निवेशक व एजेंट आज एक बार फिर लामबंद हुए. सिलीगुड़ी में विशाल रैली निकाली गई और एसडीओ दफ्तर का घेराव कर ज्ञापन सौंपा गया. उत्तर बंग अमानतकारी (निवेशक) सुरक्षा समिति के बैनरतले स्थानीय बाघाजतीन पार्क से विशाल रैली निकाली गई, जो शहर के प्रमुख मार्गो का परिभ्रमण करते हुए सिलीगुड़ी कोर्ट परिसर में पहुंच कर घेराव व विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया.
प्रदर्शनकारियों ने एसडीओ दफ्तर का घेराव किया. प्रदर्शनकारियों के अगुवा नेता व अध्यक्ष अलकेश चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि दल 10-सूत्री मांगों का एक लिखित ज्ञापन एसडीओ डॉ दीपप प्रिया पी के मारफत बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को भेजा. अलकेश चक्रवर्ती ने कहा कि सारधा, सन्मार्ग, बेजिल पराग जैसी बड़ी चिटफंड कंपनियों के अलावा भी अब तक कुल 147 चिटफंड कंपनियों के बंगाल में हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपये डकारे जाने की पुष्टि हुई है.
केवल उत्तर बंगाल में ही इन कंपनियों ने करीब 15 लाख लोगों का 50 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक रुपये चिट किये जाने का मामला सामने आया है. इन कंपनियों के खिलाफ पुलिस को जिस तरह से कार्रवाई करनी चाहिए, वह आज तक नहीं की गई और नये सिरे से पुलिस इन चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज करने से भी कतराती है. तृणमूल कांग्रेस के नेता-मंत्रियों के इशारे पर ही पुलिस प्रशासन लापरवाही कर रही है. श्री चक्रवर्ती ने सीबीआई की जांच प्रक्रिया पर संतोष जाहिर करते हुए जांच अधिकारियों से उत्तर बंगाल में भी चिटफंड मामले की जांच शुरू करने की मांग की है. उन्होंने साफ कहा कि जब तक निवेशकों को पाई-पाई रुपये नहीं लौटा दिया जाता, उत्तर बंग अमानतकारी सुरक्षा समिति लड़ाई लड़ती रहेगी.