सिलीगुड़ी: मेडिकल कॉलेज के एक छात्र से जबरदस्ती चंदा लेने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. पीड़ित छात्र ने इस मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से शिकायत की थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दिनों पारा मेडिकल के एक छात्र से फ्रेशर्स पार्टी के नाम पर तृणमूल छात्र परिषद के लोगों ने 13 सौ रुपये की मांग की थी. सुजय राय नामक वह छात्र रुपये देने में अपनी असमर्थता जतायी और 100 रुपये देने के लिए तैयार हुआ. आरोप है कि इससे तृणमूल छात्र परिषद के नेता भड़क गये और उसके साथ मारपीट की. इस घटना को लेकर मेडिकल कॉलेज में तनाव का माहौल भी व्याप्त हो गया था. बाद में पीड़त छात्र ने इसकी शिकायत अस्पताल अधीक्षक समीर घोष से की. समीर घोष ने इस पूरे मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है. समीर घोष का कहना है कि एक छात्र ने चंदा देने के नाम पर जोरजबरदस्ती करने की शिकायत उनसे की है.
शिकायत मिलने के बाद ही उन्होंने जांच कमेटी का गठन किया है. जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई का भी उन्होंने भरोसा दिया है. इस बीच, मेडिकल कॉलेज के और भी कई छात्र-छात्राओं ने चंदा देने के नाम पर जोरजबरदस्ती करने का आरोप तृणमूल छात्र परिषद पर लगाया है. इन लोगों का कहना है कि पारा मेडिकल विभाग में तृणमूल छात्र परिषद का कब्जा है और अगर कोई उनकी बात को अनसुना कर दे, तो जोरजबरदस्ती की जाती है. इस बीच, एसएफआइ ने इस मामले को लेकर तृणमूल छात्र परिषद की आलोचना की है.
एसएफआइ नेता सौरभ दास ने कहा है कि तृणमूल के छात्र संगठन पर ऐसे आरोप लगते रहे हैं. कई बार इस मामले की शिकायत की गई, लेकिन उन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने जांच कमेटी के गठन का स्वागत किया है, लेकिन इसके साथ यह भी कहा है कि कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी होनी चाहिए. जांच कमेटी के नाम पर पूरे मामले को रफा-दफा करने की कोई कोशिश हुई तो वह लोग इसका विरोध करेंगे.