बालुरघाट : सामग्रियों की अस्वाभाविक मूल्य वृद्धि व प्रशासनिक नियमों के कारण बालुरघाट के अधिकांश पूजा कमेटी बड़े बजट की पूजा से पीछे हट रही हैं. पूजा कमेटियों द्वारा छोटी छोटी थीम का चयन कर पूजा का आयोजन करने का निर्णय लिया है. जिससे शहर के लोगों में आनंद की कमी है.
इस बार बालुरघाट में बड़े बड़े पंडाल व विराट आलोक सज्जा के आयोजन में कटौती कर दी गयी है. प्रशानिक निर्देश के तहत पूजा आयोजकों द्वारा जबरन चंदा वसूली पर लगाम लगा है. पूजा आयोजक कमेटियों को इस बार स्वच्छ व शांतिपूर्ण रूप से ही चंदा लेते देखा गया. इस बार बाहर से कलाकार नहीं लाये जा रहे हैं और न ही बाहर से मां दुर्गा की प्रतिमा लाते देखा जा रहा है. जिले के स्थानीय कारीगरों द्वारा ही पंडाल व आलोक सज्जा का निर्माण किया जा रहा है. शहर के न्यू टाउन क्लब, त्रिधारा क्लब, सृजनी संघ, युवा संघ सभी ने इस साल पूजा का बजट कम कर दिया है.
शहर के न्यू टाउन क्लब के सचिव अरिजीत महंत ने बताया कि प्रशासनिक नियम-कानून को मान्यता देकर पूजा बजट में कटौती की गयी है. साथ ही महंगाई के कारण भी इस बार बजट कम कर दिया गया है. जिला पुलिस अधीक्षक शिषराम झांझारिया ने बताया कि क्लबों के साथ बैठक कर पंडाल में अग्निशमन व्यवस्था समेत साफ-सफाई पर ध्यान देने के लिए निर्देश दिया गया है. शहर में शांतिपूर्ण रूप से पूजा संपन्न कराने के लिए पुलिस कटिवद्ध है.