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दो अनाथ किशोरियों को मिला प्रशासन का सहारा

भगवानपुर की निवासी देवी व पार्वती को मिली बुनियादी सुविधाएं मालदा : जिला प्रशासन की पहल पर अनाथ दो किशोरियों को जीने का संबल मिल गया. वहीं, जिला परिषद के पक्ष से इन बहनों की झोपड़ी में बिजली का कनेक्शन देकर इनकी जिंदगी को रोशन करने का पहला प्रयास शुरु कर दिया गया है. उल्लेखनीय […]

भगवानपुर की निवासी देवी व पार्वती को मिली बुनियादी सुविधाएं

मालदा : जिला प्रशासन की पहल पर अनाथ दो किशोरियों को जीने का संबल मिल गया. वहीं, जिला परिषद के पक्ष से इन बहनों की झोपड़ी में बिजली का कनेक्शन देकर इनकी जिंदगी को रोशन करने का पहला प्रयास शुरु कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि मीडिया में यह बात आने पर बुधवार को ही मानिकचक ब्लॉक अंतर्गत मिरदादपुर ग्राम पंचायत के भगवानपुर गांव की देवी माझी (13) और उसकी बहन पार्वती माझी (11) से जाकर उनकी झोपड़ी में जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य मिले.
इस मौके पर उनके साथ मालदा जिला परिषद के सभाधिपति गौड़चंद्र मंडल, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की मालदा चेयरपरसन चैताली सरकार, बीडीओ सुरजीत पंडित सहित प्रशासकीय अधिकारी भी मौजूद रहे. जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों ने इन बहनों के साथ मध्याह्न भोजन करने के अलावा उनकी पढ़ाई लिखायी और अन्य विषय पर बात की.
उल्लेखनीय है कि देवी और पार्वती के माता पिता बहुत पहले जटिल रोगों के चलते गुजर गये. दोनों बहनें कालिंदी हाई स्कूल की छात्राएं हैं. एक छोटी सी झोपड़ी में ये दोनों रहती हैं. जिला प्रशासन ने इन्हें सरकारी होम में रखवाना चाहा, लेकिन दोनों अपनी पैतृक घर को छोड़कर जाने के लिए राजी नहीं हुईं. इसलिए इसी घर में इनके लिए बुनियादी सुविधायें सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है. इस बीच जिला परिषद के पक्ष से झोपड़ी में बिजली का कनेक्शर कट गया था उसे बहाल करवाया गया. जिला प्रशासन के पक्ष से इनके लिए एक बैंक खाता भी खुलवा दिया गया है ताकि अगर कोई दयालु व्यक्ति या संगठन इन्हें आर्थिक मदद देना चाहते हैं तो वे रकम सीधे इनके खाते में जमा करा सकते हैं.
जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य ने बताया कि दोनों बच्चियों की उम्र बहुत कम है. इनकी सुरक्षा अहम है. इनके रहने की व्यवस्था सरकारी होम में की जा रही थी, लेकिन ये बहनें अपना घर छोड़कर जाने के लिये राजी नहीं है. आईसीडीएस सेंटर में इनके भोजन की व्यवस्था की गयी है. शिशु प्रकल्प के तहत जितनी भी सुविधाएं उपलब्ध हैं वे सारी दी जायेंगी. हालांकि इनकी काउंसिलिंग सबसे जरूरी है. इससे उनके मन में असुरक्षा का भाव
कम होगा.
जिला परिषद के सभाधिपति गौड़चंद्र मंडल ने बताया कि मीडिया में खबर आने के बाद उन्होंने दोनों बहनों से जाकर भेंट की. बिजली का कनेक्शन बहाल कर दिया गया है. उनके लिए पक्का घर बनवा दिया जायेगा. पढ़ाई लिखाई का खर्च जिला परिषद उठायेगी. शिक्षा के बाद इन्हें स्वनिर्भर करने के लिये भी मदद की जायेगी. मानिकचक पहुंचे सीएमओ डॉ. हेम नारायण ओझा ने कहा कि दोनों बहनों को पौष्टिक भोजन के अभाव में शारीरिक कमजोरी है.
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की जिला चेयरमैन चैताली सरकार ने कहा कि दोनों बहनें कम उम्र की हैं. इसलिए इतने सारे लोगों को एकसाथ देखकर कुछ नर्वस हो गयीं थीं. सरकारी तौर पर इन्हें दोनों शाम भोजन और शिक्षा की व्यवस्था की गयी है. शारीरिक कमजोरी के लिए ब्लॉक स्वास्थ्य विभाग के पक्ष से हर 15 रोज के अंतर पार चेकअप किया जायेगा. देवी माझी ने बताया कि हम लोग अपना घर छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहती हैं. प्रशासन ने आकर उनके सिर पर हाथ रखा है. हमारी आवश्यकता यहीं पर पूरी हो रही हैं. पढ़ने को मिलेगा और हमें क्या चाहिये.

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