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ईवीएम की गड़बड़ी से मतदाता परेशान

कड़ी धूप में लाइन में लगे लोगों का निकला पसीना बगैर वोटिंग किये कई मतदाता वापस लौटे कुल मतदान प्रतिशत पर पड़ा प्रभाव भाजपा के कमल निशान पर लगा मिला काला टेप सिलीगुड़ी : छिटपुट घटनाओं के बीच 17वें लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के तहत सिलीगुड़ी व आस-पास के इलाके में मतदान शांतिपूर्ण रहा. […]

कड़ी धूप में लाइन में लगे लोगों का निकला पसीना

बगैर वोटिंग किये कई मतदाता वापस लौटे
कुल मतदान प्रतिशत पर पड़ा प्रभाव
भाजपा के कमल निशान पर लगा मिला काला टेप
सिलीगुड़ी : छिटपुट घटनाओं के बीच 17वें लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के तहत सिलीगुड़ी व आस-पास के इलाके में मतदान शांतिपूर्ण रहा. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ने काफी परेशान किया. कई मतदान केंद्रो पर ईवीएम खराब होने से मतदान देर से शुरू हुयी तो कहीं बीच में मतदान प्रक्रिया 3 घंटे से भी अधिक समय के लिए अटक गयी. दार्जिलिंग लोकसभा सीट के मतदान प्रतिशत पर भी इसका काफी असर पड़ा है.
गुरूवार सुबह सात बजे से मतदान शुरू होना था. जबकि ईवीएम में गड़बड़ी होने की वजह से सिलीगुड़ी व आस-पास के कई बूथों पर मतदान प्रक्रिया घंटो देरी से शुरू हुयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के हैदरपाड़ा बुद्धभारती विद्यालय में ईवीएम खराब होने से मतदान करीब आधे घंटे की देरी से शुरू हुआ. इस बीच ईवीएम की तकनीकी खराबी को दूर किया गया. शहर के प्रधान नगर स्थित सिस्टर निवेदिता मार्ग्रेट स्कूल के 35 नंबर बूथ के ईवीएम में गड़बड़ी पायी गयी. काफी प्रयास के बाद ठीक नहीं होने पर ईवीएम को बदला गया. जिसकी वजह से करीब आधे घंटे की देरी से उस बूथ पर मतदान शुरू हुआ.
शहर के खालपाड़ा 112 नंबर बूथ पर मतदान शुरू होने के बाद ईवीएम बिगड़ गयी. जिसकी वजह से करीब तीन घंटे तक मतदान प्रक्रिया बाधित रही. वहीं शहर से सटे जलपाईगुड़ी जिला सह लोकसभा सीट के अंतर्गत शक्तिगढ़ के शक्तिगढ़ प्राइमरी विद्यालय स्थित बूथ नंबर 265 तथा सिलीगुड़ी गर्ल्स स्कूल में भी ईवीएम में गड़बड़ी पायी गयी. जिसकी वजह से दो घंटे मतदान प्रक्रिया ठप रही.
वहीं दार्जिलिंग लोकसभा के फांसीदेवा ब्लॉक स्थित हेलागछ प्राइमरी स्कूल के बूथ नंबर 158, भेल्कूजोत प्राइमरी स्कूल के बूथ नंबर 128, जयन्तिका चाय बागान के बूथ नंबर 227 व 229, हाफ्तियागछ के बूथ नंबर 231, सप्तीगुड़ी के बूथ नंबर 225 व भीमागछ के बूथ नंबर 244 के ईवीएम में भी गड़बड़ी पायी गयी. जिसकी वजह से मतदान प्रक्रिया में घंटो की देरी हुयी. ईवीएम में खराबी की वजह से मतदाताओं में भी काफी आक्रोश था. घंटो विलंब होने की वजह से मतदान के लिए कतार में खड़े काफी मतदाता वापस लौट गये. ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से दार्जिलिंग लोकसभा केंद्र का मतदान प्रतिशत काफी धीमा रहा. सुबह सात बजे से मतदान शुरू होने के बाद 9 बजे तक मात्र 17 प्रतिशत मतदान हुआ था. सुबह के ग्यारह बजे तक 32 प्रतिशत, 1 बजे तक 47.52 प्रतिशत और शाम के 5 बजे तक 72.3 प्रतिशत मतदान हुआ.
यहां बता दें कि चुनाव आयोग, सरकार व विभिन्न संस्थाओं की ओर से मतदान के लिए मतदाताओं को जागरूक करने लगातार मुहिम चल रही है. चुनाव आयोग की तरफ से भी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए लगातार विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. नये मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से अवगत कराने के लिए अभियान चलाया जाता है. लेकिन उसके बाद मतदान के लिए कतार में खड़े मतदाताओं का वापस लौटना व ईवीएम में खराबी की वजह से मतदान प्रतिशत में कमी निराश करने वाला है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार काफी दिनों तक बंद रहने से इलैक्ट्रॉनिक गैजेट में तकनीकी खराबी स्वाभाविक है. इसके लिए मतदान से पूर्व ईवीएम की जांच करायी जाती है, लेकिन इसके बावजूद ऐन मौके पर खराबी आना गंभीर विषय है.
छिटपुट घटनाएं भी हुई
दार्जिलिंग लोकसभा सीट राज्य सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस व भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है. हांलाकि कई बार के प्रयास के बाद भी तृणमूल इस सीट पर कब्जा नहीं जमा सकी है. दोनों पार्टियों ने इस सीट पर अपना दमखम लगाया है. वर्तमान राजनैतिक गतिविधि व बीते पंचायत चुनाव की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने दार्जिलिंग लोकसभा के 80 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की. इसके बाद भी छिटपुट घटनाएं सामने आयी है. सिलीगुड़ी से सटे दार्जिलिंग लोकसभा के बागडोगरा स्थित बालिका विद्यापीठ के बूथ नंबर 25/47 के ईवीएम मशीन पर भाजपा के चुनाव निशान पर काली पट्टी चिपका दी गयी थी. मतदाताओं के विरोध पर भाजपा के स्थानीय नेता मौके पर पहुंचे और काली पट्टी को हटाया.

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