सिलीगुड़ी : शहर में सिर्फ टोटो (ई-रिक्शा) ही नहीं बल्कि टोटो चोरी करने वालों की संख्या भी बढ़ी है. टोटो चोरी के कई मामले सामने आने के बाद पुलिस की नींद भी उड़ी हुयी थी. उसके बाद से ही पुलिस इस गिरोह की जड़ें खंगालने में जुटी हुयी थी. आखिरकार पुलिस को सफलता भी मिली. करीब एक महीने पहले पुलिस ने टोटो चोरी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया था.इन दोनों को 7 दिन के रिमांड पर तब प्रधान नगर थाना पुलिस ने कड़ाई से पूछतपाछ की थी. इनसे कई तथ्यों का खुलासा हुआ.
जिसे सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के विभिन्न थानों के साथ साझा किया गया. उसके बाद आज सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने टोटो चोर गिरोह के 1 बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. इस सिलसिले में 5 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. जबकि और भी कई अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. इन पांचों को रविवार देर रात सिलीगुड़ी के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी शहर तथा इसके आसपास के इलाके में पिछले काफी दिनों से टोटो चोरी की कई शिकायतें मिली है. पहले भी पुलिस ने टोटो चोरी मामले में दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. उससे मिली जानकारी के बाद पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क को घेरने की तैयारी शुरू कर दी थी.
आखिरकार सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अधीन एनजेपी थाना पुलिस को इस बात में सफलता मिली. 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनके नाम पुतुल दास, अमर दास, गौतम राय, अमीर शेख तथा अनिमेष साहा हैं.
यह सभी सिलीगुड़ी के निकट डाबग्राम तथा बाबूपाड़ा इलाके के रहने वाले हैं. पिछले काफी समय से चालकों को नशा खिलाकर यह लोग टोटो चोरी में लगे हुए थे. उनके पास से पुलिस ने चोरी का दो टोटो भी बरामद किया है. पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि इन आरोपियों के भी कामकाज करने का तरीका वैसा ही है, जैसा कि पहले के मामले में पाया गया है.
इस गिरोह के सदस्य ऑटो चालकों से दोस्ती करते थे और उसे मिठाई अथवा चाय आदि में नशा मिलाकर बेहोश कर देते थे. बाद में टोटो लेकर चंपत हो जाते थे. पूछताछ के बाद इन लोगों ने माना है कि पहले यह लोग किसी टोटो पर सवार होते थे. फिर चालक से बातचीत शुरू करते थे एवं जान पहचान बढ़ाते थे.
इसी क्रम में रास्ते में किसी चाय दुकान पर यह लोग टोटो रोकते थे एवं नाश्ता पानी करने लगते थे. मौका लगते ही यह शातिर दिमाग चोर टोटो चालक को भी कुछ खाने अथवा चाय पीने के लिए कहते थे. अधिकांश ऑटो चालक इन के शिकार बन जाते थे.टोटो चालक दुकान से निकल कर जैसे ही आगे बढ़ता था उसे नींद आने लगती थी.
फिर यह लोग टोटो सड़क के किनारे खड़ा करवाते थे और चालक को उतार कर स्वयं टोटो लेकर फरार हो जाते थे. मुख्य रूप से विधाननगर, बागडोगरा, चोपड़ा, इस्लामपुर आदि इलाके में चोरी के टोटो की बिक्री की जाती है. पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि टोटो के कानूनी दस्तावेज लगभग नहीं के बराबर होते हैं.
ना तो इनका नंबर होता है और ना ही इंजन या गियर बॉक्स का झमेला है. चेचिस नंबर जैसी भी कोई बात नहीं होती है. इसी का लाभ टोटो चोर उठाते थे. टोटो चोरी कर उसका रंग बदल देते थे और बेच देते थे. पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि इस मामले में और भी कई लोगों के जुड़े होने की संभावना है.
इन लोगों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. आगे पूछताछ के बाद और भी कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. यहां यह भी बता दें कि करीब एक महीने पहले गुप्त जानकारी के आधार पर प्रधान नगर थाना पुलिस ने पैंतरा बदलकर टोटो चोरी करने वाले गिरोह के दो कुख्यात लोगों को गिरफ्तार किया था.
आरोपियों में अश्फाक आलम (24) व रूपलाल दास (50) शामिल थे. इन दोनों को पुलिस ने चोर का वेश धारण कर गिरफ्तार किया थे. यात्री बनकर ये दोनों टोटो चालक को चकमा दिया करते थे. तब प्रधान नगर थाना पुलिस यात्री बनकर इन दोनों को चकमा देने में सफल रही थी.