सिलीगुड़ी : रेलवे इन दिनों विभिन्न ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने में लगी है. इसके साथ ही अधिक से अधिक हाई स्पीड प्रीमियम ट्रेनें चलाई जा रही हैं. जाहिर है एनजेपी तथा सिलीगुड़ी रेलयात्री भी इन हाई स्पीड ट्रेनों की यात्रा करने का सपना देख रहे होंगे. लेकिन पूर्वोत्तर सीमा रेलवे क्षेत्र में ऐसी ट्रेनें कितनी कारगर तरीके से चल पायेंगी, इसपर अभी से ही सवालिया निशान लगने लगा है.
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सिलीगुड़ी : अवैध रेलवे क्रॉसिंगों ने उड़ाई रेलवे की नींद, रेल यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरा
सिलीगुड़ी : रेलवे इन दिनों विभिन्न ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने में लगी है. इसके साथ ही अधिक से अधिक हाई स्पीड प्रीमियम ट्रेनें चलाई जा रही हैं. जाहिर है एनजेपी तथा सिलीगुड़ी रेलयात्री भी इन हाई स्पीड ट्रेनों की यात्रा करने का सपना देख रहे होंगे. लेकिन पूर्वोत्तर सीमा रेलवे क्षेत्र में ऐसी ट्रेनें कितनी […]
क्योंकि पूर्वोत्तर सीमा रेलवे क्षेत्र में सबसे अधिक अवैध रेलवे क्रॉसिंग पाये गये हैं. इसका खुलासा होने के बाद से ही रेलवे अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. ऐसे अवैध रेलवे क्रॉसिंग के कारण ना केवल ट्रेन दुर्घटनाओं की संभावनाएं काफी अधिक बढ़ गयी हैं बल्कि रेल यात्रियों की सुरक्षा को भी बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है. ऐसे तमाम अवैध रेलवे क्रॉसिंग को नियंत्रित करने के उपाय किये जा रहे हैं .
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इस सीमा क्षेत्र में कुल 628 अवैध रेलवे क्रॉसिंग हैं. ऐसे कागजी तौर पर सभी मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया है . उसके बाद भी 628 अवैध रेलवे क्रॉसिंग बचे हुए हैं. इसे बोलचाल की भाषा में ट्रेसपास कहा जाता है.
रेलवे अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ऐसे अवैध रेलवे क्रॉसिंग से अबतक कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं. दो दिन पहले ही बंगाईगांव के एक अवैध रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटना हुई थी जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी थी जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया था. यहां लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गुवाहाटी एक्सप्रेस एक मैजिक वैन से टकरा गयी थी. रेलवे अधिकारियों ने ऐसे तमाम अवैध क्रॉसिंगों को बंद करने पर जोर दिया है.
इस संबंध में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के सीपीआरओ पीजे शर्मा ने बताया है कि अवैध क्रॉसिंग से रेल यात्रियों के जीवन को बड़ा खतरा है. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे क्षेत्र में कुल 628 रेलवे क्रॉसिंग हैं. जिसमें से 374 असम में, 194 पश्चिम बंगाल में और 60 बिहार में हैं.असम के 374 अवैध क्रॉसिंग में से 263 तिनसुकिया मंडल में,76 रंगिया मंडल में, 24 लामडिंग मंडल में और 11 में अलीपुरद्वार मंडल में है.
जबकि पश्चिम बंगाल ऐसे 194 अवैध क्रॉसिंग हैं. इनमें से 146 कटिहार मंडल में और 48 मंडल अलीपुरद्वारा मंडल में हैं. अवैध रेलवे क्रॉसिंग की वजह से ट्रेनों को समय पर चलाना संभव नहीं हो पा रहा है. ट्रेन जब इधर से गुजरती है तो दुर्घटना की आशंका से स्पीड में कमी की जाती है. इसी कारण समय पर ट्रेनों को चलाने में भी परेशानी होती है.
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