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बालू-पत्थर को लेकर और बढ़ा बवाल, जमकर किया प्रदर्शन, हिलकार्ट रोड किया जाम
सिलीगुड़ी : बरसात के समय नदियों से बालू पत्थर निकालने पर रोक के सरकारी निर्देश के बाद हर दिन कहीं ना कहीं बवाल हो रहा है. पिछले 2 सप्ताह से भी अधिक समय से नदियों से बालू पत्थर निकालने का काम बंद है. जिसकी वजह से एक ओर जहां निर्माण कार्यों पर ब्रेक लग गया […]
सिलीगुड़ी : बरसात के समय नदियों से बालू पत्थर निकालने पर रोक के सरकारी निर्देश के बाद हर दिन कहीं ना कहीं बवाल हो रहा है. पिछले 2 सप्ताह से भी अधिक समय से नदियों से बालू पत्थर निकालने का काम बंद है. जिसकी वजह से एक ओर जहां निर्माण कार्यों पर ब्रेक लग गया है, वहीं दूसरी ओर बालू पत्थर निकालने के काम में लगे श्रमिक एवं लोडिंग करने वाले मजदूर तथा ट्रक मालिक राज्य सरकार के इस निर्णय के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं.भी इसी क्रम में शुक्रवार को बालू पत्थर श्रमिक सड़क पर उतरे और सिलीगुड़ी के एसडीओ कार्यालय के सामने जमकर हंगामा किया.
मिली जानकारी के अनुसार सामाजिक न्याय मंच के बैनर तले शुक्रवार को दोपहर काफी संख्या में बालू-पत्थर श्रमिक अपने परिवार वालों के साथ जुलूस लेकर हिलकार्ट रोड स्थित एसडीओ कार्यालय पहुंचे. यह लोग राज्य सरकार के निर्णय के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे. श्रमिक एसडीओ कार्यालय विवेकानंद भवन के सामने जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. इन लोगों ने हिल कार्ट रोड को भी जाम कर दिया. जिसकी वजह से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. करीब आधे घंटे से भी अधिक समय तक वाहनों की आवाजाही दोनों ओर से बंद हो गई. जिसके कारण आम लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ा. खबर मिलते ही प्रधान नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची तथा बालू पत्थर श्रमिकों को समझाकर सड़क जाम खत्म कराया. सभी श्रमिक एसडीओ से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपना चाह रहे थे.
लेकिन एसडीओ सिराज दानेश्वर अपने कार्यालय में नहीं थे. बाद में श्रमिकों ने मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया. इस ज्ञापन में बालू पत्थर निकालने पर रोक को तत्काल खत्म करने की मांग की गई है. श्रमिकों ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि बालू पत्थर निकालने पर रोक के कारण इस काम में लगे श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं. उनकी रोजी रोटी का जरिया बंद हो गया है. सिर्फ वही नहीं बल्कि ट्रक मालिक, ट्रकों में बालू पत्थर लोडिंग-अनलोडिंग करने वाले मजदूर एवं निर्माण श्रमिक भी काम की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं.
ऐसे में श्रमिकों के सामने आंदोलन के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा हुआ है. इसीलिए वह लोग आज एसडीओ को ज्ञापन देने के लिए आए थे. सूचना होने के बाद भी एसडीओ कार्यालय में उपस्थित नहीं थे. इन श्रमिकों ने सरकारी निर्देश तत्काल रद्द नहीं करने पर आने वाले दिनों में और भी बड़े आंदोलन की धमकी दी है.
यहां उल्लेखनीय है कि बालू पत्थर के लिए सिलीगुड़ी में हाहाकार मचा हुआ है. नदियों से बालू पत्थर निकालने के रोक के बाद सिलीगुड़ी तथा आसपास के इलाके ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर बंगाल में निर्माण कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. ऐसे मजदूरों की संख्या काफी अधिक है जो बालू पत्थर पर रोक के बाद बेरोजगार हो गए हैं.
इनके सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है. जिसके कारण इनमें भारी रोष है. यहलोग सिर्फ सिलीगुड़ी ही नहीं बल्कि डुवार्स के भी विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इनके अंदर रोष का आलम यह है कि भूटान से बालू लेकर आने वाली गाड़ियों पर भी हमले कर रहे हैं. सिलीगुड़ी में बुधवार को कुछ इसी प्रकार की घटना घटी थी . भूटान से बालू ला रही गाड़ियों को भवेस मोड़ इलाके में बालू पत्थर के कारोबार से लगे कुछ लोगों एवं श्रमिकों ने रोक दिया था. उसके बाद पूरे इलाके की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी.
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