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रैली रोकने की कोशिश फेल, लाठीचार्ज
सिलीगुड़ी : राज्य व केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीति के खिलाफ कानून तोड़ो आंदोलन की आड़ में माकपा तथा वाम मोर्चा ने सिलीगुड़ी में शक्ति प्रदर्शन किया है. आज कानून तोड़ो आंदोलन के दौरान माकपा समर्थकों व पुलिस के बीच भारी झड़प हो गयी. रैली को रोकने की कोशिश में लगे पुलिस वालों से […]
सिलीगुड़ी : राज्य व केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीति के खिलाफ कानून तोड़ो आंदोलन की आड़ में माकपा तथा वाम मोर्चा ने सिलीगुड़ी में शक्ति प्रदर्शन किया है. आज कानून तोड़ो आंदोलन के दौरान माकपा समर्थकों व पुलिस के बीच भारी झड़प हो गयी. रैली को रोकने की कोशिश में लगे पुलिस वालों से माकपा समर्थक भिड़ गये. इस झड़प में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. जबकि माकपा ने शांतिपूर्ण रैली पर लाठीचार्ज करने का आरोप पुलिस पर लगाया है.
चाय बागान श्रमिकों को अविलंब न्यूनतम मजदूरी देने, समान काम के लिए समान वेतन, रोजगार आदि की मांग को लेकर माकपा के आह्वान पर वाम मोर्चा के सभी घटक दलों ने गुरूवार को कानून तोड़ो आंदोलन किया. दोपहर सिलीगुड़ी के एयरभ्यू मोड़ से वामो ने रैली निकाली. इस रैली में भारी संख्या में माकपा समर्थक शामिल हुए. हिलकार्ट रोड के सिलीगुड़ी महकमा शासक कार्यालय के सामने कानून तोड़ने की इनकी योजना थी. रैली के महकमा शासक कार्यालय तक पहुंचने से रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. रैफ के जवानों को भी सड़क पर उतारा गया था.
500 हिरासत में,बाद में छोड़ा
पुलिस की ओर से कानून तोड़ने के आरोप में 500 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने की घोषणा की गयी. बाद में सभी को छोड़ दिया गया.
दोनों सुरक्षा घेरा तोड़ा
रैली को रोकने के लिए कार्यालय के काफी पहले ही पुलिस ने दो घेरा तैयार किया था. जबकि रैली में शामिल माकपाईयों ने पुलिस को दोनों सुरक्षा घेरे को तोड़ कर महकमा शासक कार्यालय के बाहर तक पहुंचे और कानून हाथ में लेकर विरोध प्रदर्शन करना चाह रहे थे. भीड़ के मुकाबले पुलिस बल की शक्ति कमजोर साबित हुयी.
पहला सुरक्षा घेरा तोड़कर जब रैली कार्यालय के पास दूसरे घेरे पर पहुंची तब पुलिस ने भीड़ को रोकने की काफी कोशिश की. इसी दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ काफी झड़प हुयी. भीड़ ने पुलिस को पीछे धकेलना शुरू किया, कुछ ही पल में पुलिस का घेरा टूट गया. आंदोलनकारी व पुलिस के बीच हुयी झड़प में एसएफआई नेता संतोष सिन्हा भी जख्मी हुए हैं.
उनके साथ आंदोलनकारियों के कई लोग घायल हुए हैं. जबकि पुलिस की ओर से खुफिया विभाग के अधिकारी संजय घोष भी बुरी तरह से घायल हुए हैं. इनके साथ कई पुलिस कर्मी चोटिल हुए हैं.
आंदोलन सफल होने का दावा
पुलिस का दोनों सुरक्षा घेरा तोड़कर महकमा शासक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के बाद माकपाइयों ने कानून तोड़ आंदोलन के सफल होने की घोषणा की. माकपा के दार्जिलिंग जिला संयोजक जीवेश सरकार ने कहा कि 9 अगस्त का कानून तोड़ो आंदोलन सफल रहा. सिलीगुड़ी के माकपा विधायक सह मेयर अशोक भट्टाचार्य ने भी आंदोलन को सफल बताते हुए कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से रैली आगे बढ़ रही थी तभी पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया. राज्य सरकार की इस दमनकारी नीति के खिलाफ माकपा हमेशा लड़ाई करेगी. चाय श्रमिकों को उनका हक न्यूनतम मजदूरी व अन्य मजदूरों को भी उनका हक दिलाने के लिए माकपा आगे भी आंदोलन करेगी.
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