प्राकृतिक आपदा विभाग किसी भी अनहोनी को लेकर सतर्क
प्रत्येक पंचायतों में आपदा कंट्रोल रूम का संचालन : तमांग
मिरिक
बारिश का मौसम शुरू होते ही प्राकृतिक आपदा की आशंका से पहाड़ के लोग भयभीत हो गये हैं. विगत 2003 और 2015 में भीषण भूस्खलन का शिकार बने मिरिक महकमा के घैयाबारी और टिंगलिंग क्षेत्र के आम नागरिकों के लिए प्रत्येक वर्ष आने वाले बरसात के मौसम किसी अनहोनी का डर सताता रहता है. मिरिक के प्राकृतिक आपदा प्रबंधन अधिकारी संदेश तमांग ने कहा कि प्राकृतिक प्रकोप एवं आपदा के लिए हमें सावधानी बरतना पड़ता है. लेकिन आपदा प्रबंधन के लिए विभाग अभी से तैयार है. महकमा क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों के नागरिकों को समय पर सुविधा प्रदान करने के लिए विभाग तत्पर है.
कोई घटना होने पर तुरंत दें जानकारी
अधिकारी ने बताय कि प्रत्येक ग्राम पंचायतों में आपदा प्रबंधन के लिए कंट्रोल रूम का संचालन किया जायेगा. किसी भी समय आने वाले प्राकृतिक प्रकोप के समय नागरिकों को सरकारी सेवा मुहैया कराने का उदेश्य रखकर विभागीय समीक्षा की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में घर के सामने रहे झोड़ा-नाला को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेवारी प्रत्येक नागरिकों की है. यदि किसी भी जगह कोई प्राकृतिक आपदा की घटनाएं घटती है तो तत्काल विभाग को सूचित करने का आग्रह भी किया गया है.