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पर्यटन उत्सव में भावना नहीं, जरूरत देखें : विनय
पहाड़ के प्राकृतिक संसाधनों के विकास से होगा रोजगार सृजन कालिम्पोंग. ‘पर्यटन उत्सव को लेकर नकारात्मक बातें हो रही हैं. वैसे आलोचना की भी अपनी उपयोगिता है.बिना आलोचना के कोई कार्यक्रम सफल भी नहीं होता है. भावना से नहीं, तार्किक रुप से मसले को देखना जरूरी है. शुक्रवार को जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग […]
पहाड़ के प्राकृतिक संसाधनों के विकास से होगा रोजगार सृजन
कालिम्पोंग. ‘पर्यटन उत्सव को लेकर नकारात्मक बातें हो रही हैं. वैसे आलोचना की भी अपनी उपयोगिता है.बिना आलोचना के कोई कार्यक्रम सफल भी नहीं होता है. भावना से नहीं, तार्किक रुप से मसले को देखना जरूरी है. शुक्रवार को जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग ने पहाड़ में आयोजित पर्यटन उत्सव के प्रसंग में उक्त मंतव्य किया. उल्लेखनीय है कि जीटीए द्वारा आयोजित तीस्ता-रंगीत पर्यटन उत्सव का कालिम्पोंग चैप्टर शुक्रवार से शुरू हुआ. स्थानीय मेला ग्राउंड में आयोजित उत्सव का आगाज विनय तमांग ने किया.
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित विनय तमांग ने अपने सम्बोधन में कहा कि भावना में ज़्यादा बह जाने के कारण ही विगत के आन्दोलनों में हार मिली. इसलिये पर्यटन उत्सव के पीछे भावनात्मक की जगह व्यावहारिक कारण देखने की जरूरत है. पहाड़ पर्यटकों का हब है.
राजनैतिक कारणों से पर्यटकों के आगमन में कमी आयी है. फिलहाल पहाड़ में शान्ति कायम है. हमने पर्यटकों के लिए पहाड़ को खोल दिया है इसी सन्देश को देने के लिये पर्यटन उत्सव का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि 25 सितम्बर को जीटीए के अध्यक्ष का दायित्व ग्रहण करने के बाद से पहाड़ के विकास के लिये पांच प्राथमिकताओं को लेकर चल रहे हैं. इन प्राथमिकताओं में एक पर्यटन भी है. जीटीए द्वारा नए पर्यटन केन्द्रों का निर्माण किया जायेगा. नये नये पर्यटन स्थलों का विकास करना होगा.
कालिम्पोंग में पर्यटन के विकास की असीम सम्भावनाएं हैं. हम लोग नोकडांड़ा, चारखोल, दालिम फोर्ट जैसे ग्रामीण क्षेत्र को विकसित करने पर जोर दे रहे हैं. इनके अलावा ईको-टूरिज्म, साहसिक पर्यटन, तीर्थस्थलों आदि को विकसित करने पर भी जोर दिया जायेगा. तमांग ने तीस्ता-रंगीत के महत्त्व को देखते हुए इस क्षेत्र को प्लास्टिक फ्री एवं एल्कोहल फ्री जोन बनाने का प्रयास किया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि विनय तमांग ने मेला ग्राउंड में आने से पूर्व तीस्ता-रंगीत के संगम त्रिवेणी पहुंचकर एंगलिंग का उद्घाटन किया. इस सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि तीस्ता में कई लुप्तप्राय प्रजातियों की मछलियां मिलती हैं. उनका संरक्षण आवश्यक है. इस संदर्भ में जीटीए ने नेशनल जियोग्राफिक सोसाइटी से पत्राचार किया है.
प्राकृतिक संसाधनों का विकास करने से रोजगार सृजन भी होगा. मेला ग्राउण्ड में आयोजित उदघाटन कार्यक्रम में विनय तमांग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे जबकि विशिष्ट अतिथियों में कालिम्पोंग के जिलाधिकारी डॉ. विश्वनाथ, पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह यादव, एएसपी अम्लान घोष, जीटीए सदस्य संचबीर सुब्बा, नगरपालिका अध्यक्ष रवि प्रधान के साथ विभिन्न विकास बोर्ड के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
कार्यक्रम में विभिन्न जातीय सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये गये. मेले में विविध प्रकार के जातीय खानपान, जातीय सामग्री की प्रदर्शनी, पर्यटन से संबद्ध विभाग एवं संस्था के स्टॉल, फोटो एवं चित्र प्रदर्शनी, फूल प्रदर्शनी, हस्तकला प्रदर्शनी आदि रखे गये हैं. इसके अलावा उन्होंने त्रिवेणी में एंगलिंग एवं डेलो में पाराग्लाइडिंग का आगाज किया. इसी तरह शाम को एथिनिक फैशन शो, मन्त्र बैंड की प्रदर्शनी प्रमुख आकर्षण के केंद्र रहे. उत्सव के दौरान सांस्कृतिक रैली भी निकाली गयी.
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