सिलीगुड़ी. आकाशवाणी सिलीगुड़ी के अस्थायी एनाउंसरों (उद्घोषक-उदघोषिकाओं) के संगठन कैजुअल एनाउंसर्स ऑफ जस्टिस ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आकाशवाणी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. इसको लेकर इनलोगों ने सहायक स्टेशन डायरेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. सोमवार को ज्ञापन की प्रतिलिपि महानिदेशक ऑल इंडिया रेडियो नई दिल्ली को प्रेषित की गयी है.
ज्ञापन में कहा गया है कि आकाशवाणी ने सामान्य ज्ञान पर आधारित लिखित परीक्षा के जरिये 25 कैजुअल एनाउंसरों का चयन किया था. उसके बाद काफी दिनों तक इन एनाउंसरों ने अस्थायी तौर पर ही सही आकाशवाणी को अपनी सेवाएं दी. इस बीच बीते 24 जून 2017 को इन एनाउंसरों के लिये पुनर्मूल्यांकन परीक्षण लिया गया. हालांकि कई एनाउंसरों ने इस संबंध में अदालत से स्थगनादेश लेकर टेस्ट में बैठने से इंकार किया कि यह उनकी छंटनी का एक बहना मात्र है जिसका कोई औचित्य नहीं बनता है.
लेकिन आवेदक 25 एनाउंसरों ने वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह मानते हुए टेस्ट दी. लेकिन टेस्ट में पूछे गये मनगढ़त और विषयांतर वाले प्रश्न पूछे जाने से ये एनाउंसर न्यूनतम 50 फीसदी अंक लाने में भी नाकाम रहे. इसके चलते इन्हें आकाशवाणी ने काम देना बंद कर दिया. फिलहाल ये एनाउंसर चरम आर्थिक संकट में हैं चूंकि उनकी आय का एकमात्र जरिया बंद हो गया है.
प्रेस बयान के जरिये संगठन ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में अपनी शिकायत कई बार वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखी लेकिन शीर्ष अधिकारियों का हवाला देकर उनकी अर्जी को दरकिनार कर दिया गया. इसलिये संगठन ने 24 जून के पुनर्मूल्यांकन टेस्ट को रद कर उन्हें फिर से काम पर बहाल करने और उनके प्रति मानवीय आधार पर विचार करने की मांग की है.