बालूरघाट: वनभूमि एवं पक्षी निवास इलाके को विकसित कर दक्षिण दिनाजपुर जिले में पर्यटन केंद्र खोलने की तैयारी शुरु हो गयी है. उत्तर बंगाल विकास विभाग की ओर से चार योजनाओं के लिए 9 करोड़ रुपए अनुमोदित किये गये है. जिला पर्यटन उद्योग को लेकर राज्य सरकार की इस पहल से इलाके में भारी खुशी है.
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दक्षिण दिनाजपुर जिले में बन रहे हैं कई पर्यटन केंद्र
बालूरघाट: वनभूमि एवं पक्षी निवास इलाके को विकसित कर दक्षिण दिनाजपुर जिले में पर्यटन केंद्र खोलने की तैयारी शुरु हो गयी है. उत्तर बंगाल विकास विभाग की ओर से चार योजनाओं के लिए 9 करोड़ रुपए अनुमोदित किये गये है. जिला पर्यटन उद्योग को लेकर राज्य सरकार की इस पहल से इलाके में भारी खुशी […]
जानकारी मिली है कि चार पर्यटन केंद्रों में तीन वनांचल एवं एक पक्षी निवास का इलाका शामिल है. तृणमूल सरकार की पहल पर जमीन हस्तांतरण के बाद बाउंडरी वाल, ग्रील सजाने, गार्ड वाल, कछुआ संरक्षण का पोखर निर्माण, मछली का एक्योरियम, वाच टावर, पर्यटन केंद्र, पक्षियों का चिकित्सा केंद्र, प्रवेश द्वार आदि का निर्माण कार्य शुरु हो गया है. इसके साथ ही वनभूमि के बीच कुशमंडी ब्लॉक के आयरा फॉरेस्ट में रंगीन फेंसिंग, पर्यटन टेंट व बर्ड रेसक्यू सेंटर बनाये जा रहे हैं. बालुरघाट पंचायत समिति संचालित पार्क के आधुनिकिकरण के लिए भी रुपए अनुमोदित किये गये है. इसके साथ ही कई अन्य वनांचलों एवं पार्कों का सौन्दर्यीकरण का काम शुरु किया गया है.
पर्यावरण प्रेमी तथा आंगिना बर्ड्स एंड एन्वायरमेंट प्रोटक्शन समिति के सचिव विश्वजीत बसाक ने बताया कि ग्रामवासियों ने पक्षी केंद्र के लिए जमीन दान किया है. इसे लेकर पर्यटन केंद्र बनाने की पुरानी मांग अब पूरा होने जा रहा है.
जिला शासक शरद द्विवेदी ने बताया की उत्तर बंगाल विकास विभाग द्वारा अनुमोदित राशी से वनांचलों को लेकर पर्यटन केंद्र बनाये जाने की प्रक्रिया शुरु हुई है. कामों को पूरा करने में सांसद अर्पिता घोष पूरा सहयोग कर रही हैं. उन्होंने आशा जताई है कि जल्द ही जिले में यह पर्यटन केंद्र खोला जायेगा.
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