सरकारी शिक्षकों का ट्यूशन व कोचिंग में पढ़ाने पर पहले से ही पाबंदी है, जबकि सरकारी शिक्षक वर्षों से इस नियम का उल्लंघन करते आ रहे हैं. सरकारी शिक्षकों के ट्यूशन पढ़ाने का एक दुष्प्रभाव शिक्षित बेरोजगार युवाओं पर पड़ रहा है. पिछले करीब एक वर्षों से पश्चिम बंगाल प्राइवेट ट्यूटर्स एसोसिएशन इनके खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है. राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव, व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से मिलकर मुद्दे को उनके समक्ष रखा.
हाल ही में इन प्राइवेट ट्यूटरों ने ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी शिक्षकों के खिलाफ गांधीगीरी अभियान चलाया. ट्यूशन पढ़ाने के दौरान सरकारी शिक्षकों को गुलदस्ता व मिठाई देकर ‘सम्मानित’ किया. प्राइवेट ट्यूटरों के इस अभियान ने पूरे शहर में खलबली मचा दी है. सरकारी शिक्षक समाज में प्राइवेट ट्यूटरों का एक खौफ सा बैठ गया है. प्राइवेट ट्यूटरों के गांधीगीरी अभियान पर दादागीरी का आरोप लगाते हुए सिलीगुड़ी महकमा परिषद व पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. सोमवार को शहर के विद्यार्थियों ने भी सरकारी शिक्षकों के पक्ष में रैली निकाल कर राज्य के पर्यटन मंत्री को ज्ञापन सौंपा.
अब प्राइवेट ट्यूटरों ने अपने आंदोलन को और भी असरदार बनाने का प्लान बनाया है. प्राइवेट ट्यूटर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को एक बैठक की. इस बैठक में ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी शिक्षकों के मुंह में चूना-स्याही पोतने का निर्णय लिया गया है. संगठन के सचिव शेखर पात्रा ने बताया अब सरकारी शिक्षकों ने षड्यंत्र करना शुरू कर दिया है. पूजा के बाद चूना-स्याही के साथ ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी शिक्षकों के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. इस अभियान में जिला विद्यालय निरीक्षक व पुलिस प्रशासन से भी सहायता की गुहार लगायी जायेगी.