सिलीगुड़ी. तीन दिनों तक सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में पेयजल की आपूर्ति ठप रहने के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम तथा मेयर अशोक भट्टाचार्य विरोधियों के निशाने पर आ गये हैं. सोमवार को इस मुद्दे को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम में जमकर हंगामा हुआ. यहां उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी के निकट फूलबाड़ी इलाके में एशियन हाइवे बनाये जाने की वजह से पीएचई की पाइप लाइन को काफी नुकसान पहुंचा है. इसी कारण से तीन दिनेां तक सिलीगुड़ी नगर निगम के अधीन सभी 47 वार्डों में पेयजल की आपूर्ति ठप रही. तृणमूल कांग्रेस ने इसको बहुत बड़ा मुद्दा बना लिया है.
युवा तृणमूल की ओर से न केवल नगर निगम में विरोध प्रदर्शन किया गया बल्कि मेयर अशोक भट्टाचार्य के चेंबर के सामने नारेबाजी की गयी. सभी लोग बाल्टी तथा बर्तन आदि लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस विरोध प्रदर्शन की अगुआई जिला तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष विकास रंजन सरकार ने की. उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम के कमिश्नर को एक ज्ञापन दिया. इस मौके पर संगठन की ओर से महासचिव मुकेश देवसरिया, प्रवीण अग्रवाल आदि भी उपस्थित थे.
श्री सरकार ने मेयर पर सभी मोरचे पर विफल रहने का आरोप लगाया है. संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नगर निगम इलाके में रहनेवाले आम लोग नागरिक सेवा से पूरी तरह से वंचित है. पानी की यह समस्या कोई नयी नहीं है. पिछले साल भी इसी तरह की समस्या हुई थी. भीषण गर्मी में पानी नहीं होने के कारण आम लेाग काफी परेशान है. उन्होंने मेयर अशोक भट्टाचार्य पर निशाना सधते हुए कहा कि उनकी लापरवाही की वजह से ही पेयजल संकट का सामना सिलीगुड़ी के लोगों को करना पड़ रहा है. इस बीच आंदोलन के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम परिसर में सोमवार को भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.
तृणमूल में गुटबाजी आयी सामने
पेयजल संकट को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम में विरोध प्रदर्शन के दौरान तृणमूल कांग्रेस के अंदर खुल कर गुटबाजी देखने को मिली. तृणमूल यूथ कांग्रेस के दो धड़ों की ओर से अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया गया एवं कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया. एक धड़े की अगुआई विकास रंजन सरकार कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के ही कुछ अन्य नेता दार्जलिंग डिस्ट्रक्ट यूथ फोरम के नाम से विरोध प्रदर्शन करने आये थे. इस संगठन की अगुआई धीमान बोस तथा कुंतल राय कर रहे थे. ये दोनों भी पहले तृणमूल युवा कांग्रेस कमेटी में शामिल थे. बाद में विकास रंजन सरकार के खिलाफ मोरचा खोलते हुए इनलोगों ने जिला कमेटी से इस्तीफा दे दिया था. यह लेाग तृणमूल कांग्रेस के अंदर ही हैं, लेकिन दार्जिलिंग डिस्ट्रिक्ट यूथ फोरम के नाम से एक अलग संगठन चला रहे हैं. इस बारे में जब विकास सरकार से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि यूथ फोरम से उनका कोई लेनादेना नहीं है. वह दार्जिलिंग डिस्ट्रिक्ट युवा कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन करने आये हैं. दूसरे संगठन के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.