सिलीगुड़ी: दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोजमुमो के बेमियादी बंद का असर अब सिक्किम पर भी पड़ने लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने सिलीगुड़ी एवं सिक्किम को जोड़ने वाली सड़क पर पहले से ही बंद के दौरान अवरोध पर निषेधाज्ञा लगा रखी है. उसके बाद भी सोमवार को भारी संख्या में गोजमुमो समर्थक रंगपो में जमा हो गये और पश्चिम बंगाल को सिक्किम से जोड़ने वाली पुल को बंद कर दिया. इसकी वजह से सिक्किम में पहले से रहे काफी पर्यटक परेशानी में फंस गये हैं.
उल्लेखनीय है कि गोजमुमो के ताजा आंदोलन के दौरान अब तक सिक्किम पर कोई खास असर नहीं पड़ा था. लेकिन पिछले दो दिनों से सिक्किम पर भी इसका असर देखा जा रहा है. सिक्किम के वाहन चालक डर से अपनी गाड़ी लेकर सिलीगुड़ी नहीं आना चाहते. रविवार को भी गोजमुमो समर्थकों ने रंगपो में ही राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया था. उसके बाद गंगतोक से सिलीगुड़ी आने वाले पर्यटकों को मजबूरी में फिर गंगतोक लौटना पड़ा. इस बीच, पर्यटकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सिक्किम सरकार ने विशेष व्यवस्था की है. सिक्किम सरकार के अधीन परिवहन कंपनी एसएनटी के 20 बसों की व्यवस्था की गई है. गंगतोक में सिलीगुड़ी लौटने वाले पर्यटकों की काफी भीड़ देखी गई. कई पर्यटकों का कहना था कि हर हाल में सिलीगुड़ी लौटना जरूरी है, क्योंकि दूर-दराज जाने वाले पर्यटकों को आज ही बागडोगरा एयरपोर्ट अथवा न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पहुंचना जरूरी था. भोपाल से आयी एक पर्यटक असीमा कुमारी का कहना है कि वह अपने माता-पिता के साथ गंगतोक आयी थी और दार्जीलिंग में हिंसा की वजह से यहां फंस गई है. वह कल ही जीप से सिलीगुड़ी लौट रही थी.
रंगपो में गड़बड़ी की वजह से उन्हें वापस लौट जाना पड़ा. आज सुबह छह बजे वह फिर से एसएनटी की बस से सिलीगुड़ी के लिए रवाना हुई है. पूर्वी सिक्किम के पुलिस अधीक्षक बीडी गिरी का कहना है कि 20 बसों को कड़ी सुरक्षा के बीच सिलीगुड़ी के लिए रवाना किया जा रहा है.
इधर, सिक्किम गामी राज्य सड़क पर भी गोजमुमो के आंदोलन से सिलीगुड़ी के टूर ऑपरेटरों की चिंता काफी बढ़ गई है. इन लोगों का कहना है कि दार्जीलिंग में हिंसा की वजह से पहले ही पर्यटन कारोबार को काफी नुकसान पहुंचा है. टूर ऑपरेटरों के संगठन एतवा के महासचिव सम्राट सान्याल ने कहा कि दार्जीलिंग में हिंसा की वजह से काफी पर्यटक अब डुवार्स अथवा सिक्किम का रूख कर रहे हैं. अब आंदोलन की आग ने सिक्किम तथा डुवार्स को भी अपने लपेटे में ले लिया है. इससे पर्यटक काफी परेशान हैं. उन्होंने सिक्किम सरकार से सभी पर्यटकों को सुरक्षित गंगतोक से सिक्किम भेजने के लिए विशेष उपाय करने की मांग की.