इसी मामले को लेकर बुधवार को चार सदस्यीय सीआइडी दल ने सीएमओएच से उनके चेंबर में काफी देर तक पूछताछ की. नागराकाटा के शुल्कापाड़ा ब्लॉक स्वास्थ्य केंद्र के एकांउटेंट को भी यहीं पर बुलाकर पूछताछ की गयी. इसके अलावा जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग की ओसी श्रद्धा सुब्बा को भी बुलाकर पूछताछ की गयी.
स्नेहाशीष की गिरफ्तारी गत 10 मई को बानरहाट थाना पुलिस ने की थी. इसके बाद उसे सीआइडी को सौंप दिया गया था. आरोप है कि स्नेहाशीष ने बिहार के भागलपुर मेडिकल कॉलेज की फरजी डिग्री लगायी थी. डिग्री के सत्यापन में यह बात सामने आने पर नागराकाटा ब्लॉक के स्वास्थ्य अधिकारी शतजीत हावलादार ने स्नेहाशीष के खिलाफ बानरहाट थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. स्नेहाशीष ने बीते साल नवंबर महीने में एनआरएचएम के तहत कांट्रैक्ट पर धूमपाड़ा स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल ऑफिसर पद पर योगदान दिया था.
डॉ सरकार ने बताया कि दूसरा फरजी डॉक्टर कुशीनाथ हालदार अलीपुरद्वार के बंगालीबाजना स्वास्थ्य केंद्र में आने से पहले जलपाईगुड़ी के बेलाकोवा में चिकित्सक के रूप में कार्यरत था. डॉ सरकार ने बताया कि उन्होंने इन दोनों फरजी डॉक्टरों की नियुक्ति, तबादले, वेतन आदि से जुड़े सारे कागजात सीआइडी को उपलब्ध करवा दिये हैं. जो भी सूचना सीआइडी को चाहिए थी, वह दी गयी है.
स्नेहाशीष चक्रवर्ती की नियुक्ति के समय जिला प्रशासन का स्वास्थ्य विभाग का नियुक्ति बोर्ड था. उन लोगों ने कागज-पत्र की पूरी जांच किये बिना फरजी डॉक्टर की नियुक्ति की सम्मति कैसे दी, इस बारे में सीआइडी ने जिला प्रशासन की ओसी श्रद्धा सुब्बा से पूछताछ की. श्रद्धा सुब्बा ने बताया कि वह जिला अधिकारी के निर्देश पर वह सीआइडी को सहयोग करने पहुंची हैं.