Advertisement
राज्य में अराजकता फैलाना चाहती है भाजपा : ममता
नयी दिल्ली/कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लालबाजार अभियान के दौरान हुई हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी पर राज्य में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है. लालबाजार अभियान के दौरान हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप भी लगाया कि भाजपा आैर माकपा के बीच एक-दूसरे से आगे […]
नयी दिल्ली/कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लालबाजार अभियान के दौरान हुई हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी पर राज्य में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है. लालबाजार अभियान के दौरान हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप भी लगाया कि भाजपा आैर माकपा के बीच एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची हुई है.
नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक के बाद संवाददाताआें से बात करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि कहीं किसी तरह की हिंसा नहीं हुई है. यह भाजपा आैर माकपा द्वारा प्रायोजित हिंसा है. पहले माकपा के लोगों ने पुलिसवालों को पीटा. महिला पुलिसकर्मियों की भी पिटाई की. आज भी भाजपा ने हिंसा आरंभ की. पुलिस की जीप जला दी. सरकारी संपत्ति में आग लगा दी. भाजपावालों ने पुलिसवालों को पीटा. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक आंदाेलन का अर्थ गुंडे लाना नहीं, बल्कि लोगों को साथ ले कर चलना है.
हम लोगों ने भी काफी आंदाेलन किया है. हमारे आंदोलन पर भी 21 जुलाई को फायरिंग हुई थी, जिसमें कई लोग मारे गये थे. सुश्री बनर्जी ने कहा कि यह कैसी राजनीति है. माकपा आैर भाजपा में नंबर दो व नंबर तीन की प्रतियोगिता चल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुद्दे के बगैर आंदोलन किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल में कोई मुद्दा ही नहीं है. बांस व पत्थर लेकर लोग आंदोलन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि माकपा की राजनीति गुंडागर्दी की राजनीति है. अब भाजपा भी उसी रास्ते पर चल रही है. भले ही राष्ट्रीय स्तर पर यह पार्टियां अलग हैं, पर स्थानीय स्तर पर माकपा, भाजपा व कांग्रेस सभी आपस में मिले हुए हैं.
प्रधानमंत्री से मिलीं ममता
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का साझा उम्मीदवार चुने जाने के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक करने दिल्ली पहुंची तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उस बैठक से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भेंट की. प्रधानमंत्री के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा : नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बने तीन वर्ष हो गये हैं, इस दौरान में उनसे सात-आठ बार मिल चुकी हूं. वित्त मंत्री आैर अन्य मंत्रियों से भी मिलती रही हूं.
इस बैठक में मैंने प्रधानमंत्री के सामने गंगा कटाव के मुद्दे पर बात की. फरक्का समझौते के समय बंगाल को फंड देने की बात कही गयी थी, पर आजतक हमें एक भी पैसा नहीं मिला है. आजतक गंगा की सफाई नहीं हुई. फरक्का बैरेज की वजह से बंगाल के किसानों को 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
संपत्ति भी काफी बर्बाद हुई है. पानी नहीं मिलने के कारण एनटीपीसी की यूनिट बार-बार बंद हो जाती है. कभी बिहार में बाढ़ आ जाती है. हमने इस समस्या से निबटने के लिए प्रधानमंत्री से एक मास्टरप्लान तैयार करने का आह्वान किया है. मुख्यमंत्री ने कहा : बांग्लादेश हमारा मित्र देश है, पर उसने आत्रेयी नदी पर हम लोगों से पूछे बगैर डैम बना दिया है, जिसकी वजह से इधर पानी नहीं आता है. किसान बेहद परेशान हैं. अधिक पानी होने पर वह लोग छोड़ देते हैं, जिससे बाढ़ आ जाती है. माथाभांगा नदी को बांग्लादेश ने इतना प्रदूषित कर दिया है कि उससे बंगाल के कई इलाके प्रदूषित हो गये हैं.
इसके साथ ही बांग्लादेश ने आम पर एक्सपोर्ट ड्यूटी दोगुना कर दिया है, जिसकी वजह से बंगाल के आम उत्पादक वहां अपना आम नहीं भेज पा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली वाममोरचा सरकार ने हम लोगों पर इतना कर्ज लाद दिया है कि हमारा सब पैसा उसे भरने में चला जाता है. ऐसे में विकास का काम कैसे होगा. केरल व पंजाब की भी यही स्थिति है
सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ने राज्य में चल रहीं 39 परियोजनाआें को बंद कर दिया है. कई परियोजनाआें के खर्च में राज्य का हिस्सा बढ़ा दिया है. यह ठीक नहीं है. मैने प्रधानमंत्री से इस संबंध में एक नीति तैयार करने का आवेदन किया है. सौ दिन राेजगार के लिए कुछ फंड मिला है, पर अभी भी आठ हजार करोड़ रुपया केंद्र के पास बाकी है. उन्होंने कहा कि हमने केवल विकास के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से बात की है, उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement