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बांग्लादेश की पीएम के सामने पाकिस्तान को मोदी की खरी-खरी, कुछ पड़ोसियों को आतंक से प्रेम
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत दौरे पर आयीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को जमकर सुनाया. मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिये बगैर कहा कि जहां भारत और बांग्लादेश विकास की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं, वहीं दक्षिण एशिया में एक मानसिकता ऐसी भी […]
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत दौरे पर आयीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को जमकर सुनाया. मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिये बगैर कहा कि जहां भारत और बांग्लादेश विकास की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं, वहीं दक्षिण एशिया में एक मानसिकता ऐसी भी है, जो आतंकवाद की प्रेरणा और पोषक है.
दिल्ली में शनिवार को 1971 के युद्ध में शहीद सैनिकों के सम्मान समारोह में पीएम मोदी ने कहा, ‘दुख की बात है कि दक्षिण एशिया में एक ऐसी सोच है जो कि आतंकवाद को पोसता है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सोच के नीति-निर्माताओं को मानवतावाद से बड़ा आतंकवाद लगता है. विकास से बड़ा विनाश लगता है. विश्वास से बड़ा विश्वासघात लगता है. यह सोच पूरे इलाके के विकास में बाधा है. भारत-बांग्लादेश इसके शिकार हैं.
मोदी ने 1971 के युद्ध में भारतीय सैनिकों और मुक्तियोद्धाओं के बलिदान को भी याद करते हुए कहा कि बांग्लादेश का जन्म एक नयी आशा का उदय था. 1971 का इतिहास दर्दनाक पलों की याद दिलाता है. अप्रैल के ही महीने में नरसंहार अपने चरम पर था. एक पूरी पीढ़ी को खत्म करने के लिए संहार किया जा रहा था. इसका मकसद निर्दोषों की हत्या करना नहीं था, बल्कि बांग्लादेश की सोच को उखाड़ने की साजिश थी.प्रधानमंत्री ने कहा कि 1971 के युद्ध में भारतीय फौज ने 90 हजार पाक सैनिकों को सुरक्षित जाने दिया था. भारत की यह इंसानियत पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी घटना है. उन्होंने कहा कि भारत क्रूरता की मूलभूत सोच को नकारने वाला देश है.
बांग्लादेश मुक्तियोद्धाओं के लिए तीन घोषणाएं की गयीं
मोदी ने इस मौके पर मुक्तियोद्धाओं के लिए तीन एलान भी किये. उन्होंने कहा कि अभी मुक्तियोद्धाओं के 10 हजार बच्चों को पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है. अगले पांच सालों में इस स्कीम का फायदा 10 हजार और बच्चों को दिया जायेगा. मोदी ने कहा कि इसके अतिरिक्त मुक्तियोद्धाओं को पांच साल के लिए मल्टिपल एंट्री वीजा सुविधा मिलेगी. भारत में मुफ्त इलाज के लिए 100 मुक्तियोद्धाओं को मदद दी जायेगी.
तीस्ता पर भरोसा, दो दर्जन समझौते
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश को तीस्ता जल साझा मुद्दे के जल्द समाधान का भरोसा दिया. इस पर करीब सात वर्षों से कोई फैसला नहीं हो पाया है. मोदी और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच सार्थक बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने रक्षा और असैन्य परमाणु सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में करीब दो दर्जन समझौतों पर हस्ताक्षर किये. मोदी ने उसके बाद बांग्लादेश में परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 4.5 अरब डालर के रियायती ऋण सुविधा की घोषणा की.
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