देश में पहली बार कोई राज्य सरकार ऐसा उद्यम आरंभ करने जा रही है. प्रशिक्षण पाने के बाद लड़कियां स्वयं का ब्यूटी पार्लर खोल सकेंगी. ब्यूटी पार्लर खोलने की इच्छुक लड़कियों को पश्चिम बंगाल अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति विकास वित्त निगम दो लाख रुपये का आसान ऋण उपलब्ध करायेगा. इस उद्देश्य के लिए दस करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गयी है.
पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग पहले स्तर में 28 हजार अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की लड़कियों को ब्यूटीशियन कोर्स के तहत प्रशिक्षण प्रदान करेगा. यह पाया गया है कि प्रशिक्षण पानेवाली 75 प्रतिशत लड़कियां आत्मनिर्भर हो जाती हैं. इनमें से कुछ तो दूसरे ब्यूटी पार्लर में काम करती हैं या फिर फ्री लांसर के रूप में भी व्यवसाय करती हैं. इस सफलता से उत्साहित हाेकर विभाग ने उच्च प्रशिक्षण के लिए 500 लड़कियों का चयन किया है जिन्हें शहनाज हुसैन के संस्थान से जुड़े विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे. इस आवासीय प्रशिक्षण कोर्स की अवधि तीन महीने की होगी. प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद उन्हें एक सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा. उसके बाद पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग उन्हें अपना ब्यूटी पार्लर खोलने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगा.