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नारद कांड: फैसले के बाद अपनी छवि सुधारने में जुटी तृणमूल, अभिषेक को सौंपी कमान
कोलकाता: कलकत्ता हाइकोर्ट द्वारा नारद स्टिंग ऑपरेशन की सीबीआइ जांच कराने के आदेश के बाद सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस अपनी छवि सुधारने में जुट गयी है. इसके लिए पार्टी ने राज्य भर में रैली व सभा आयोजित करने का फैसला किया है. तृणमूल कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह […]
कोलकाता: कलकत्ता हाइकोर्ट द्वारा नारद स्टिंग ऑपरेशन की सीबीआइ जांच कराने के आदेश के बाद सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस अपनी छवि सुधारने में जुट गयी है. इसके लिए पार्टी ने राज्य भर में रैली व सभा आयोजित करने का फैसला किया है.
तृणमूल कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह दायित्व अपने भतीजे व सांसद अभिषेक बनर्जी को सौंपा है. इन रैली व सभाओं के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस का पहला टार्गेट भाजपा होगी. भाजपा के खिलाफ पूरे राज्य में पार्टी द्वारा रैलियां आयोजित की जायेंगी. इसके साथ ही पिछले कुछ वर्षों में राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों के बारे में भी लोगों को बताया जायेगा. जानकारी के अनुसार, सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा पहली रैली दो अप्रैल को उनके लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में निकाली जायेगी. इसके बाद पुरुलिया, बांकुड़ा व बर्दवान में तृणमूल कांग्रेस द्वारा रैली आयोजित की जायेगी. सितंबर में हुई दुर्घटना के बाद सांसद अभिषेक बनर्जी की यह पहली रैली होगी.
कांग्रेस ने निकाला जुलूस, आरोपियों का मांगा इस्तीफा
नारद स्टिंग कांड की जांच सीबीअाइ से कराने के हाइकोर्ट के निर्देश के बाद कांग्रेस ने आरोपी मंत्रियों, सांसदों आदि के इस्तीफे की मांग की है. अपनी मांग के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव ओमप्रकाश मिश्रा के नेतृत्व में एक जुलूस निकाला गया. यह जुलूस हाजरा से शेक्सपीयर सरणी तक गया. प्रदर्शनकारियों के मुताबिक हाइकोर्ट द्वारा सीबीआइ जांच के आदेश के बाद मंत्रियों को अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. उन्हें चाहिए कि निष्पक्ष जांच के लिए वह अपने पदों से इस्तीफा दें.
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