बताया जा रहा है कि महिला जिस व्यक्ति के घर में काम करती थी, उस व्यक्ति ने तस्करों को भूलवश किसी प्लेसमेंट एजेंसी से संबंधित व्यक्ति समझ करीब 40 हजार रुपये दिये थे. उन्हें घर पर काम करनेवाले किसी की जरूरत थी. बात में पता चला कि किशोरी को बंगाल से तस्करी कर लाया गया था व कथित तौर पर उससे कई दफा दुष्कर्म किये गये. इसके बाद शक्ति वाहिनी नामक एक एनजीओ से संपर्क किया गया. उसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के प्रतिनिधियों ने पूरी मदद की. आरोप है कि पीड़िता को काम दिलाने के बहाने साइमा बीबी नामक महिला ने गुड़गांव लाया था. किशोरी को एक कमरे में बंद कर दिया गया था, जहां उसके पति अबु हसन सुफियान शेख ने कथित तौर पर कई दफा उससे दुष्कर्म किया. सूत्रों के अनुसार साइमा और अबु हसन भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके में बड़ा तस्कर है.
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के एक पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने मुर्शिदाबाद की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अधिकारियों से संपर्क किया गया है. पीड़िता को मुर्शिदाबाद ले जाने की तैयारी की जा रही है, जहां उसे पश्चिम बंगाल की पुलिस को सौंप दिया जायेगा, ताकि तस्करों के पूरे गिरोह की गोरखधंधे का पता चल सके.