सिलीगुड़ी/दार्जिलिंग. केंद्रीय रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु अपने तीन दिवसीय दार्जिलिंग और सिक्किम दौरे पर गुरुवार सुबह दिल्ली से बागडोगरा हवाई अड्डे पहुंचे, जहां उनका स्वागत भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने किया. श्री प्रभु के साथ श्रीमती प्रभु, दार्जिलिंग के सांसद तथा केंद्रीय राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया भी थे. बागडोगरा से हेलीकॉप्टर में सवार होकर ये सभी दार्जिलिंग के लेबुंग स्थित हेलीपैड पहुंचे. हेलीपैड से श्री प्रभु का काफिला दोपहर करीब डेढ़ बजे दार्जिलिंग के मशहूर ‘विंडामेरी’ होटल पहुंचा, जहां होटलकर्मियों ने उनका स्वागत किया. दार्जिलिंग पुलिस ने मंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके बाद श्री प्रभु पत्रकारों से रूबरू हुए.
श्री प्रभु ने बताया कि दार्जिलिंग में रेलवे की दो दिवसीय मीटिंग हो रही है. हम चाहते हैं कि दार्जिलिंग व अन्य पहाड़ी क्षेत्र का पूरा विकास हो. इसके लिए हमारी केंद्र सरकार प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग के लिए कोलकता और राजधानी दिल्ली से कार्यक्रम तय होते रहते हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि देश में दूसरी जगहों की रेलवे परियोजनाएं दार्जिलिंग से तय हों. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग की जो ऐतिहासिक ट्रेनें हैं, उन्हें बचाने के लिए यहां के सांसद सुरेन्द्र सिंह अहलूवालिया से हमारी बातचीत हुई है. यूनेस्को के साथ मिलकर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की हेरिटेज ट्वॉय ट्रेन का विकास किया जायेगा. इससे दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पयर्टकों की संख्या बढ़ेगी और यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा. इस काम में पैसे की कोई समस्या नहीं आने दी जायेगी.
रेल बजट में दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे का उल्लेख क्यों नहीं होता है? इस प्रश्न के जवाब में श्री प्रभु ने कहा कि अगले सप्ताह ही बजट पेश होना है, इसलिए वह इस बारे में नहीं बोलेंगे.
लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि बजट बड़ा होगा और पहाड़ी क्षेत्र में रेलवे के विकास में पैसे की तंगी बाधा नहीं बनेगी. मंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में रेलवे को नयी दिशा देने के लिए काम किया जा रहा है. इस क्रम में उन्होंने सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश आदि का भ्रमण करने की जानकारी दी. इधर, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हावड़ा- यशवंतपुर ट्रेन को हरी झंडी दिखायेंगे.
श्री प्रभु के दार्जिलिंग पहुंचते ही गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के प्रमुख कार्यपाल विमल गुरुंग भी उनसे भेंट करने पहुंचे. रेल मंत्री से मुलाकात करने से पहले पत्रकारों से मुखातिब होते हुए श्री गुरुंग ने बताया कि 2014 की रेलवे परीक्षा में पहाड़ से बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए थे. इस विषय को रेल मंत्री के समक्ष उठाया जायेगा. इसके अलावा दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के बारे में बातचीत होगी.
सूत्रों ने बताया कि देर शाम केंद्रीय रेल राज्यमंत्री राजेन गोहन के भी दार्जिलिंग पहुंचने की सम्भावना है. शुक्रवार को होनेवाली बैठक के लिए यूनेस्को के निदेशक भी दार्जिलिंग पहुंच गये हैं. इसी तरह से रेल मंत्रलय की परार्मश समिति के सदस्य भी पहुंच गये हैं. शुक्रवार को यहां के गोरखा रंगमंच भवन और रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग आयोजन होने हैं. इस कार्यक्रम में दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के बारे में यूनेस्को के साथ महत्वपूर्ण समझौता होने के आसार हैं. इसके अलावा भी कई परियोजनाओं पर चर्चा-परिचर्चा होगी.