साथ ही उनके पास रहने का आश्वासन भी दिया. उन्होंने इस घटना की न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की. संघर्ष व गोली चलाने की घटना के संबंध में अधीर चौधरी ने कहा कि पावरग्रिड का काम बंद होने पर रंगदार ठेकेदारों को नुकसान होगा इसलिए संघर्ष का रूप दिया गया. पीछे से मदद आंदोलनकारियों को दिया जा रहा है.
पुलिस की वरदी में ऐसे ही लोगों ने मंगलवार को हमला चलाया था. पुलिस की गोली या पुलिस के सामने ही बेगुनाह ग्रामीणों की मौत हुई. लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. श्री चौधरी ने कहा कि जिस जमीन आंदोलन से तृणमूल सत्ता में आयी अब वही कृषक हत्या का षडयंत्र रच रही है और इसे लेकर राजनीति कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य विधानसभा व संसद में कांग्रेस इस मुद्दे को उठायेगी.