प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिंथी थाने में दर्ज शिकायत में मंटू ने कहा कि उनकी दुकान से तीन जनवरी को 442 ग्राम ज्वेलरी बनाने के लिए लाया गया सोना चोरी हुअा है. जांच में पुलिस को पता चला कि मंटू नामक एक कर्मचारी घटना के बाद पहले दिन काम पर नहीं आया था. मंटू से पूछताछ की गयी, तो उसके बयान पर संदेह हुआ. इसके बाद वह फिर से लापता हो गया. पुलिस ने जांच शुरू की, तो पता चला कि उसका नाम मंटू नहीं है.
उसने नकली नाम वह पहचान पत्र से यहां नौकरी ज्वाइन की थी. उसका असली नाम पुलित पवन घोष उर्फ झंटू होने का पता चला, जो हुगली में रहता है. उससे पूछताछ में 97 ग्राम सोना व एक लाख 40 हजार रुपये मिले. उसके बयान के आधार पर पुलिस की टीम उस दुकान के दूसरे कर्मचारी लक्ष्मण सांतरा को भी गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 150 ग्राम सोने का जेवरात व मोबाइल जब्त हुआ है. दोनों ने पूछताछ में बताया कि चोरी करने के लिए ही उन्होंने इस दुकान में नौकरी ज्वाइन की थी. काफी इंतजार के बाद दो जनवरी की रात को चोरी करने का मौका मिला. दोनों को अदालत में पेश करने पर पुलित पवन घोष को 27 जनवरी व लक्ष्मण को 25 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. बाकी जेवरात बरामद करने की कोशिश जारी है.