कोलकाता़ : विधाननगर उत्तर थाना की पुलिस ने टेट परीक्षार्थी से रुपये लेने के आरोप में भाजपा नेता जय प्रकाश मजूमदार से थाने में घंटों पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया़ श्री मजूमदार के खिलाफ परीक्षार्थियों को परीक्षा में पास कराने और नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये लेने का आरोप है़ .
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर 24 परगना जिले के कई परीक्षार्थियों ने भाजपा नेता के खिलाफ कुछ दिनों पहले थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. इस मामले में विधाननगर थाना की पुलिस ने शनिवार सुबह 11 बजे से घंटों भाजपा नेता से पूछताछ की़ संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. रविवार को पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी़.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता अरूप राय का आरोप है कि साल 2012 के दिसंबर में उससे चार लाख और 2015 में तीन लाख रुपये भाजपा नेता ने लिये. इसके वाबजूद उसके लिए नौकरी की व्यवस्था नहीं की. इसके बाद उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के पास लिखित शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई़ उसके बाद 28 अगस्त 2016 को विधाननगर उत्तर थाना में भाजपा नेता जय प्रकाश के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. हालांकि इसके पहले भी भाजपा नेता जय प्रकाश मजूमदार को थाने में बुला कर पूछताछ की गयी थी. दोबारा शनिवार को विधाननगर उत्तर थाना की पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. दूसरी ओर भाजपा ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है़.
खुद को निर्दोष साबित करें : दिलीप घोष
प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार की गिरफ्तारी के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि वह सच कह रहे हैं या झूठ बोल रहे हैं, इसे उन्हें खुद प्रमाणित करना होगा. कानून अपना काम करेगा और अगर वह निर्दोष हैं, तो इसे साबित भी श्री मजूमदार को ही करना हाेगा. गाैरतलब है कि रोजवैली कांड में तृणमूल कांग्रेस सांसदों की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि केंद्र सरकार बदले की राजनीति करते हुए सांसदों को गिरफ्तार करवा रही है. अगर हम चाहें, तो हम भी गिरफ्तारी करवा सकते हैं. मुख्यमंत्री के इस प्रसंग को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इससे पहले ऐसा बयान दिया है. इसलिए भाजपा नेता की गिरफ्तारी के पीछे बदले की राजनीति की आशंकाओं को ठुकराया नहीं जा सकता.
यहां बदले की राजनीति भी हो सकती है, लेकिन साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में वह ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते. कानून अपना काम करेगा. अगर वह दोषी हैं, तो उनको सजा मिलेगी. भाजपा उन्हें बचाने नहीं जायेगी. न्याय व अन्याय का प्रमाण अदालत में होगा. वहीं, श्रीनू नायडू हत्याकांड में खड़गपुर के चेयरमैन प्रदीप सरकार द्वारा उनका नाम लिये जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ वह बहुत जल्द मामला दायर करने जा रहे हैं. हमारे नाम पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. वह चेयरमैन के खिलाफ मानहानि का मामला करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने पूरे मामले में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के एसपी भारती घोष की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की.