कोलकाता: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) के रॉ मैटेरियल डिवीजन ने अपने खदानों में श्रमिक व कर्मचारियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य व कल्याण के लिए हर संभव कदम उठाने का फैसला किया है.महानगर में गुरुवार को इस संबंध में चर्चा करने के लिए सेल के निदेशक, डीजीएमएस के वरिष्ठ अधिकारी व यूनियन के प्रतिनिधियों के बीच त्रिपक्षीय बैठक हुई. इस बैठक में यहां कार्य करनेवाले स्थायी व ठेका श्रमिक सभी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गयी. बैठक के दौरान ठेका पर कार्य कर रहे श्रमिकों पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया गया है.
गौरतलब है कि सेल का आरएमडी यूनिट झारखंड, ओड़िशा व मध्य प्रदेश में लौह अयस्क तथा फलक्स खदानों को संचालित करता है. आरएमडी ने खदानों में कार्यरत ठेका श्रमिकों के लिए बेहतर कार्य वातावरण तैयार करने में उच्च स्तर की सफलता अजिर्त की है.
प्रारंभिक रूप से सुरक्षा, व्यावसायिक स्वास्थ्य, कल्याण, प्रशिक्षण और सतह मशीनरी पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है. इस बैठक की अध्यक्षता कंपनी के दक्षिण पूर्व क्षेत्र के उपमहानिदेशक खान सुरक्षा अनूप विश्वास ने की. इस मौके पर कल्याण माइती निदेशक (रॉ मेटेरियल्स एवं लॉजिस्टिक) सेल ने कहा कि सेल ने अपने कार्मिकों को सुरक्षित कार्य वातावरण उपलब्ध कराने हेतु सभी उपाय किये हैं और विशेषज्ञों द्वारा की गयी सिफारिशों को लागू किया जा रहा है. इसके साथ ही बोलानी, मनोहरपुर, काल्टा, किरीबुरू और मेघाहातुबुरू की खदानों में डस्ट, शोरगुल, वाईब्रेशन स्तर को सहज और सरल करने हेतु स्टडी/अध्ययन जारी है.
उन्होंने बताया कि आरएमडी की खदानों में कार्मिकों व गांवों के निवासियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है. कंपनी ने आधारभूत संरचनाओं में भी सुधार किया है, जिसके तहत खदानों में रोड, सेनिटेशन, स्वच्छ पेय जल, लाइिटंग की व्यवस्था, कैंटिन की सुविधा, शिक्षा की सुविधा में सुधार किया गया है. कंपनी की यह योजना है कि किसी प्रतिष्ठित विदेशी संगठन के सहयोग से लौह अयस्क खदानों में खदान सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्र म का आयोजन किया जाये. इस मौके पर आरएमडी विभाग के कार्यपालक निदेशक प्रभारी एमएन राय ने सुरक्षा के लिए लागू किये गये उपायों की जानकारी दी.