कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि शीला खेमका (65) के फ्लैट से जेवरात और रुपये की लूटपाट हुई थी. जांच में पता चला कि आसपास के फ्लैट में काम करने वाले नौकरों का गिरोह इस घटना में शामिल है. इसके बाद शंकर नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
लेकिन वारदात का मास्टर माइंड अमित घटना के बाद से फरार था. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी. इस बीच सूचना मिली कि वह अपने गांव आया है. इसके बाद लालबाजार की टीम बिहार के मधुबनी जिला पहुंची और अमित एवं उसके साथी प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना में शामिल एक आरोपी फरार है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों को कोलकाता लाया जा रहा है. प्राथमिक पूछताछ में अमित ने बताया कि शीला की बहू एक शादी समारोह में जाने के लिए गहने पहन कर देख रही थी. इस समय अमित की नजर जेवरों पर पड़ी और उसने इसे उड़ाने की साजिश रची. इसके बाद उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मौका देख वारदात को अंजाम दिया. शुक्रवार को दोनों आरोपियों को अलीपुर अदालत में पेश किया जायेगा.