पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि ममता ने सांप्रदायिकता के खतरों और धर्मनिरपेक्षता पर भावुक भाषण दिया और नेताओं से कहा कि वे ऐसी विभिन्न घटनाओं को लेकर सावधान रहें जिनका उपयोग कथित रूप से भाजपा राज्य में सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने में कर रही है.
तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बचाये रखने की आवश्यकता है. बंगाल में विभिन्न समुदायों के लोग लंबे समय से शांतिपूर्वक रहते आ रहे हैं और किसी को भी राजनीतिक लाभ उठाने के लिए सांप्रदायिक सौहार्द्र नष्ट करने की अनुमति नहीं दी जायेगी. तृणमूल नेतृत्व का यह निर्देश हावड़ा जिले के धूलागढ़ में विभिन्न समूहों के बीच झड़पों की हालिया रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में है.