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नोटबंदी के खिलाफ अब देशभर में करेंगी आंदोलन
मोदी पर ममता ने फिर साधा निशाना आज दिल्ली रवाना होंगी ममता 23 और 24 नवंबर को िदल्ली में प्रदर्शन 29 नवंबर को लखनऊ में करेंगी सभा पंजाब और बिहार भी जायेंगी देश में वित्तीय अराजकता का लगाया आरोप कोलकाता : नोटबंदी के फैसले का पहले दिन से ही जोरशोर से विरोध कर रहीं मुख्यमंत्री […]
मोदी पर ममता ने फिर साधा निशाना
आज दिल्ली रवाना होंगी ममता
23 और 24 नवंबर को िदल्ली में प्रदर्शन
29 नवंबर को लखनऊ में करेंगी सभा
पंजाब और बिहार भी जायेंगी
देश में वित्तीय अराजकता का लगाया आरोप
कोलकाता : नोटबंदी के फैसले का पहले दिन से ही जोरशोर से विरोध कर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब इस मुद्दे पर देशभर में आंदोलन करने का एलान किया है. नोटबंदी के फैसले को वापस लेने के लिए केंद्र को दिये अपने 72 घंटे के अल्टीमेटम का समय समाप्त होने के बाद ममता ने सोमवार को 23 नवंबर से आंदोलन की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मुद्दे पर 23 व 24 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन होगा. वह 29 नवंबर को लखनऊ में सभा करेंगी. उसके बाद बिहार व पंजाब जायेंगी. मंगलवार को मुख्यमंत्री दिल्ली रवाना होंगी.
राज्य सचिवालय नवान्न भवन में पत्रकारों से बातचीत में सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि काला धन आैर भी काला हो गया है तथा सफेद धन काला धन बन गया है. देश में केवल 4.4 प्रतिशत लोग ही प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल करते हैं. बाकी लोग बैंकों व अपने घरों में पैसे जमा करते हैं. उनकी इस आदत के कारण ही वैश्विक मंदी का भारत पर कोई खास असर नहीं पड़ा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश की महिलाएं अपने खर्च व जरूरत से कुछ पैसे बचा कर जमा करती हैं, यह पैसा किसी प्रकार की मुसीबत आने पर काफी काम आता है. पर यह पैसा भी उनसे छीन लिया गया. मुख्यमंत्री ने बताया कि देश में 16 लाख करोड़ रुपये की करंसी की सप्लाई होती है, जिसमें 14 लाख करोड़ रुपये निकाल लिये गये हैं. इसके फलस्वरूप 86 प्रतिशत करंसी प्रभावित हुई है.
तृणमूल सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि किसान धान नहीं काट पा रहे हैं. वह आलू व सब्जी की खेती नहीं कर पा रहे हैं. अगर ऐसा चलता रहा तो महामारी हो जायेगी. धान काटने वाले लोग नहीं मिल रहे हैं. उन्हें देने के लिए पैसे नहीं है. निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले लोग अपने घर लौटने लगे हैं. कई उद्योग बंद हो चुके हैं. पैसे नहीं होने के कारण सुंदरवन के मछुआरे सिर्फ मछली खा कर जिंदगी गुजार रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने रेलवे, विमान, पेट्रोलियम कंपनियों इत्यादि को तो 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट लेने की छूट दे दी, पर राज्यों को यह सुविधा प्रदान नहीं की. मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से सभी राज्यों की आर्थिक हालत खस्ता होती जा रही है. राजस्व संग्रह बुरी तरह प्रभावित हुआ है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि कर्मचारियों को वेतन देने में काफी दिक्कत आने वाली है. जीडीपी घट रही है. बाजार में मंदी का असर दिखने लगा है.
आगरा में दिये गये प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के खिलाफ जो भी दल आवाज बुलंद कर रहे हैं, प्रधानमंत्री उन्हें धमकी दे रहे हैं. प्रधानमंत्री को शांत होना चाहिए. प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव करना चाहिए.
हम लोगों ने पहले भी कई प्रधानमंत्री को देखे हैं, पर सरकारी मंच से लोगों को धमकी देते हुए किसी प्रधानमंत्री को नहीं देखा. वह (मोदी) चाहें तो इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुला सकते हैं. कुछ दल प्रधानमंत्री की धमकी के डर से इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं, पर हम लोग डरने वाले नहीं हैं. यहां तक कि वह (मोदी) अपनी पार्टी के नेताआें को भी धमकी दे रहे हैं. अपने मंत्रियों तक पर वह भरोसा नहीं करते हैं. देश में वित्तीय इमरजेंसी व अराजकता का माहौल है. ग्रामीण भारत, छोटे शहर, छोटे व्यवसायी, मजदूर, किसान सभी परेशान हैं. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के फैसले के पीछे एक बड़ा घोटाला है. कोई गुप्त एजेंडा है. वह गुप्त एजेंडा क्या है. जनता को बतायें. नोटबंदी के एलान से पहले कितना खुदरा किसे दिया गया, यह देश को बताने की जरूरत है. आहिस्ता-आहिस्ता सब सामने आ जायेगा. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस मुद्दे के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आह्वान किया.
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