कारखाने के विभिन्न यूनिटों की जांच करने के बाद रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि पूरे कारखाने में मौजूद माल की जांच की गयी, लेकिन अब तक की जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि कारखाने मेें रेलवे द्वारा दिये गये 50 करोड़ के माल से काफी कम माल मौजूद बचा है. शुक्रवार को जांच में कारखाने के अंदर उनका क्या-क्या माल मौजूद है, कौन सा माल कितनी संख्या में है, कितना माल की सप्लाई की गयी थी, इस पूरे तथ्य की लिस्ट बनायी गयी है.
अब दोनों तथ्यों को मिलाने के बाद यह स्पष्ट होगा कि कितना माल कारखाने से गायब हुआ है. सूत्रों का कहना है कि 50 करोड़ से कम माल कारखाने में पाया गया, तो रेलवे की तरफ से पवन रुइया के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराये जाने की संभावना है. हालांकि अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गयी है.