डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. श्रमिकों को बचाने के लिए पांचवीं और छठवीं मंजिल की सभी खिड़कियों के कांच तोड़ दिये गये. सीढ़ी और रस्सी की सहायता से 27 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. जानकारी के अनुसार नवनिर्मित एगरा सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल की कुछ मंजिलों का निर्माण कार्य चल रहा है.
रोजाना की तरह सुबह भी कार्य जारी था. अचानक लोगों ने देखा कि पांचवीं और छठी मंजिल से धुंआ निकल रहा है. पहले अस्पताल कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग बढ़ता देख दमकल को सूचित किया गया. पहली मंजिल से रोगियों को बाहर निकाला गया. इस बीच दमकल के दो इंजन मौके पर पहुंचे और डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. खबर मिलने के बाद मौके पर एगरा के विधायक समरेश दास और अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे. प्राथमिक जांच के बाद दमकल का अनुमान है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी. अस्पताल के भीतर निर्माण कार्य के लिए ज्वलनशील पदार्थ रखे गये थे. इसके कारण आग और फैली. अस्पताल के सुपर डॉ हिमांशु माइती ने कहा कि आउटडोर के अलावा अस्पताल की और कोई परिसेवा अभी शुरू नहीं हुई है. निर्माण कार्य ही अभी पूरा नहीं हुआ. घटना के वक्त वह अस्पताल में नहीं थे.
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निमाई चंद्र मंडल ने बताया कि नुकसान कुछ नहीं हुआ. अस्पताल की दो मंजिलों पर रखे कुछ चादर व फाइबर के सामान नष्ट हुए हैं. धुंए के कारण बिल्डिंग का कुछ हिस्सा काला हो गया है. बाकी सब ठीक है. इधर आग लगने के बाद पूर्व मेदिनीपुर जिला प्रशासन ने उक्त अस्पताल में अगले दो दिनों तक रोगी परिसेवा को बंद रखने का फैसला लिया है. डीएम रश्मि कमल ने बताया कि अग्निकांड की जांच के लिए एसडीओ को निर्देश दिया गया है. मंगलवार और बुधवार को परिसेवा बंद रहेगी. एगरा थाना और दमकल की ओर से अग्निकांड की जांच की जा रही है.