शुद्धिकरण की पहली गाज महानगर में स्थित जयपुरिया कॉलेज व नदिया जिले में स्थित शांतिपुर कॉलेज पर पड़ी है. इन दोनों कॉलेजों में छात्र संसद को भंग कर दिया गया है.
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छात्र संसद के चुनाव के पहले शुद्धिकरण में जुटी तृणमूल
कोलकाता : कॉलेजों में छात्र संसद के चुनाव के पहले सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस शुद्धिकरण में जुट गयी है. तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पार्थ चटर्जी ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के नेताओं को सतर्क करते हुए कहा कि कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में किसी प्रकार का घेराव या प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया […]
कोलकाता : कॉलेजों में छात्र संसद के चुनाव के पहले सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस शुद्धिकरण में जुट गयी है. तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पार्थ चटर्जी ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के नेताओं को सतर्क करते हुए कहा कि कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में किसी प्रकार का घेराव या प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. शिक्षण संस्थानों को पार्टी ऑफिस में तब्दील नहीं किया जा सकता. तृणमूल कांग्रेस की सरकार यहां शिक्षा स्तर का विकास करना चाहती है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले दोनों कॉलेजों तृणमूल कांग्रेस के आपसी विवाद के कारण पठन-पाठन प्रभावित हुआ था. जयपुरिया कॉलेज प्रबंधन ने तो सुरक्षा-व्यवस्था का हवाला देते हुए कॉलेज को अनिश्चित समय के लिए बंद रखने का नोटिस दे दिया था. इसके बाद ही तृणमूल कांग्रेस इस विवाद को दूर करने में जुट गयी है.
श्री चटर्जी ने कहा कि पार्टी से बढ़ कर कोई नहीं है. सभी लोगों को पार्टी का निर्देश मान कर चलना होगा. कोई भी मांग पूरी करने के लिए तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद का कोई नेता विश्वविद्यालयों के कुलपति के कार्यालय में प्रवेश नहीं कर सकता. साथ ही मांगों को लेकर स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालय में कोई विरोध प्रदर्शन या घेराव नहीं किया जा सकता. शिक्षा मंत्री ने हिदायत देते हुए कहा कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जायेगी.
पांच जिलाें में छात्र परिषद अध्यक्ष बदलना चाहती तृणमूल
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने तय किया है कि उन लोगों को ही छात्र परिषद का नेता बनाया जायेगा, जो छात्र हैं. जो छात्र नहीं हैं और पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, उन्हें छात्र परिषद में कोई दायित्व नहीं सौंपा जायेगा. इसलिए तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के पांच जिलों में छात्र परिषद के अध्यक्ष का बदलाव करने का फैसला किया है. इनमें मध्य कोलकाता, दक्षिण कोलकाता, उत्तर कोलकाता के साथ-साथ पूर्व मेदिनीपुर व दक्षिण 24 परगना जिले शामिल हैं. यहां के पांचों अध्यक्षों को तृणमूल युवा कांग्रेस में विशेष पद दिया जायेगा. पिछले दिनों नदिया जिले के शांतिपुर कॉलेज में तृणमूल कांग्रेस के गुटों में विवाद हुआ था और तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने कॉलेज के प्रिंसिपल को बंदूक तक दिखाया था. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय ब्लॉक के तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद अध्यक्ष मनोज सरकार को पद से हटा दिया गया है.
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