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कोकराझार हमला : उत्तर बंगाल में हाइ अलर्ट

सिलीगुड़ी. असम के कोकराझार में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरे उत्तर बंगाल में हाइ अलर्ट जारी कर दिया गया है. खासकर भारत-बांग्लादेश सीमा तथा पश्चिम बंगाल-असम सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है. कोकराझार जिले की सीमा पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले से लगती है. कूचबिहार और कोकराझार के बीच हर दिन ही […]

सिलीगुड़ी. असम के कोकराझार में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरे उत्तर बंगाल में हाइ अलर्ट जारी कर दिया गया है. खासकर भारत-बांग्लादेश सीमा तथा पश्चिम बंगाल-असम सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है. कोकराझार जिले की सीमा पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले से लगती है. कूचबिहार और कोकराझार के बीच हर दिन ही भारी संख्या में स्थानीय लोग आवाजाही करते हैं. यहां उल्लेखनीय है कि कोकराझार में हुए आतंकवादी हमले में 14 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस कार्रवाई में एक आतंकवादी भी मारा गया. माना यह जा रहा है कि आतंकवादी हमले में चार-पांच उग्रवादी शामिल थे, जिसमें एक तो मारा गया बाकी अन्य फरार हो गये. कोकराझार इलाके में असम पुलिस इन उग्रवादियों की तलाश कर रही है.

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोकराझार हमले में शामिल उग्रवादी भाग कर पश्चिम बंगाल आ सकते हैं. इस जानकारी के बाद ही पुलिस के आला अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. हमले की घटना के बाद ही असम तथा पश्चिम बंगाल सीमा को सील कर दिया गया. हालांकि शनिवार से इस सीमा पर आवाजाही शुरू कर दी गई है. फिर भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं. असम से पश्चिम बंगाल सीमा पर प्रवेश करने वाली गाड़ियों की कड़ी चेकिंग की जा रही है. पूरा कूचबिहार जिला हाई अलर्ट पर है. इधर, जलपाईगुड़ी जिले में भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं. भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ को अलर्ट कर दिया गया है और कड़ी चौकसी बरती जा रही है. बीएसएफ अपनी ओर से तो कार्रवाई कर ही रही है, साथ ही जिला प्रशासन की भी सक्रियता बढ़ गई है. दार्जिलिंग के जिला अधिकारी मुक्ता आर्या ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर 300 मीटर इलाके में धारा 144 जारी करने का निर्देश दिया है. जिला अधिकारी मुक्ता आर्या का कहना है कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी एक सबसे बड़ी समस्या है. इसके साथ ही अलावा सुरक्षा व्यवस्था को भी खतरा उत्पन्न हुआ है. इसी वजह से सीमा पर धारा 144 लागू करने के साथ ही कई प्रकार की पाबंदियां भी लगाई गई है. शाम को सात बजे से सुबह छह बजे तक भारत-बांग्लादेश सीमा को आठ किलोमीटर इलाके में खाद्य सामग्रियों से लगे वाहनों की आवाजाही भी बंद करा दी गई है. यह निशेधाज्ञा 11 अक्टूबर तक जारी रहेगी.

इस बीच, जलपेश मंदिर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. सावन महीना होने के कारण यहां हर दिन ही भारी संख्या में कांवड़िये पूजा-पाठ के लिए आ रहे हैं. खुफिया सूत्रों ने जलपेश मंदिर पर हमले की आशंका जतायी है. जलपेश मंदिर परिसर में खोजी कुत्ते भी तैनात कर दिये गये हैं. इधर, सिलीगुड़ी में भी विभिन्न स्थानों पर नाकाचेकिंग शुरू कर दी गई है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के जवान विभिन्न वाहनों की तलाशी ले रहे हैं. खासकर असम नंबर की गाड़ियों को लेकर कड़ी चौकसी बरती जा रही है.

इधर, पश्चिम बंगाल तथा असम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक 11 अगस्त को सिलीगु ड़ी में होगी. ऐसा पुलिस सूत्रों ने बताया है. पश्चिम बंगाल पुलिस की अगुवाई उत्तर बंगाल के एडीजी एन रमेश बाबू करेंगे. इस बैठक में सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के अलावा कूचबिहार, जलपाईगुड़ी तथा अलीपुरद्वार जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होंगे. असम के कोकराझार तथा धुबरी जिले के पुलिस अधिकारियों को बैठक में बुलाया गया है.

इधर, हमारे कूचबिहार संवाददाता के अनुसार जिले के असम सीमा से लगे बारूबीसा बाजार, कुलकुली, कुमारग्राम, काकरीगुड़ी, दलदली आदि इलाके में सादी वर्दी में भी पुलिस बलों की तैनाती की गई है.

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